scriptभोपाल में बनेगा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बनाइजेशन | National Institute of Arbanization to be formed in bhopal | Patrika News

भोपाल में बनेगा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बनाइजेशन

locationभोपालPublished: Feb 10, 2019 09:00:39 am

संस्थान बनाएगा नगरीय निकायों के विकास की कार्य योजनाएं, जनप्रतिनिधियों और कर्मचारियों को देगा प्रशिक्षण

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Ti testimony of Bhopal from video conferencing

भोपाल। भोपाल में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बनाइजेशन की स्थापना की जाएगी। यह संस्थान नगरीय निकायों के जन प्रतिनिधियों और अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण देगा। इसके साथ ही नगरीय निकायों के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार करेगा। यह जनकारी नगरीय प्रशसन एवं विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि यह संस्थान फिलहाल सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान में संचालित किया जाएगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने इस संबंध में शनिवार को अधिकारियों से चर्चा करते इस संबंध में दिशा निर्देश दिए।

 

मंत्री सिंह ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए निकाय पूरी तरह से अनुदान पर निर्भर हैं। अपने हिस्से की 10 प्रतिशत राशि भी नहीं दे पाते हैं। सिंह ने कहा कि विकास की प्लानिंग करते समय गांवों से शहरों की ओर हो रहे माइग्रेशन को भी ध्यान में रखा जाये। अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के महानिदेशक आर परशुराम ने कहा कि नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही निर्वाचन के तुरंत बाद निर्वाचित पदाधिकारियों की ट्रेनिंग भी होना चाहिए।

अटल बिहारी बाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के महानिदेशक आर. परशुराम ने कहा कि नगरीय विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही निर्वाचन के तुरंत बाद निर्वाचित पदाधिकारियों की ट्रेनिंग भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 30 से 45 वर्ष तक के अनुभवी नगरीय विकास के विशेषज्ञों की सेवाएँ लेने का प्रावधान भी होना चाहिए। परशुराम ने कहा कि भोपाल में बनने वाला संस्थान अन्य राज्यों के लिए भी उपयोगी होगा।

 

आयुक्त नगरीय विकास एवं आवास गुलशन बामरा ने कहा कि नगरीय निकायों में मुख्य रूप से अमृत, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास और स्मार्ट सिटी की योजनाओं में काम हो रहा है। पेयजल और सीवरेज की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता में शामिल है। शहरी विकास विशेषज्ञ सुनाली रोहरा ने नेशनल इंस्टीट्यूट की स्थापना के उद्देश्यों एवं महत्व के बारे में प्रेजेन्टेशन दिया। सुनाली ने बताया कि संस्थान के संचालन के लिए 25 सदस्यों का एक स्वतंत्र बोर्ड होगा। संस्थान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, सर्विस लाइन्स और रीजनल चेप्टर्स के रूप में कार्य करेगा। यह पीपीपी मोड में चलाया जा सकता है।

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