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व्यापमं के बाद एक और बड़ा एजुकेशन घोटाला, बगैर परीक्षा दिए ही पास हो गए दो हजार छात्र

locationभोपालPublished: Aug 03, 2018 08:51:35 pm

Submitted by:

Manish Gite

व्यापमं के बाद एक और बड़ा एजुकेशन घोटाला, बगैर परीक्षा दिए ही पास हो गए दो हजार छात्र

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व्यापमं के बाद एक और बड़ा एजुकेशन घोटाला, बगैर परीक्षा दिए ही पास हो गए दो हजार छात्र

भोपाल। मध्यप्रदेश में व्यापमं घोटाले के बाद एक और बड़ा घोटाला उजागर हो गया है। मामला उजागर होने के बाद भोपाल से दिल्ली तक हड़कंप मच गया है। दिल्ली स्थित मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने भोपाल के रीजनल डायरेक्टर समेत 12 लोगों का तबादला कर दिया है। मामला सीबीआई के पास पहुंच गया है।

देश के जाने माने नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ ऑपेन स्कूलिंग (NIOS) में बगैर परीक्षा दिए ही दो हजार से अधिक स्टूडेंट्स पास कर दिए गए। यह घोटाला 10वीं और 12वीं की परीक्षा में हुआ है। इस परीक्षा में जो छात्र बैठे ही नहीं थे वे अच्छे नंबरों से पास कर दिए गए। सीबीआई में एफआईआर दर्ज करने के बाद भोपाल स्थित रीजनल सेंटर के डायरेक्टर एसआर खान समेत 12 लोगों का तबादला कर दिया गया है।

 

घोटाले में 20 राज्यों के छात्र और स्टाफ शामिल
सूत्रों के मुताबिक इस घोटाले को व्यापमं घोटाले की तहह ही जोड़कर देखा जा रहा है। इस घोटाले में 20 राज्यों का स्टाफ और छात्र शामिल हैं।
12 लोगों का तबादला
घोटाला उजागर होने के बाद भोपाल स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑपेन स्कूल का रीजनल सेंटर के डायरेक्टर एसआर खान सहित 12 लोगों का ट्रांसफर कर दिया है। यह तबादले दिल्ली के आदेश पर हुए हैं।

सीबीआई कर रही थी जांच
बताया जाता है कि बीते साल सितम्बर में सीबीआई को दिल्ली में एक शिकायत मिली, इसमें मानव संसाधन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव एसएस संधु ने जांच की मांग की थी। शिकायत के साथ मंत्रालय की तरफ से इंटरनेल कमेटी की जांच रिपोर्ट भी दी गई थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि nios की 10वीं व 12वीं की एग्जाम में जो छात्र परीक्षा देने आए ही नहीं, उन्हें भी अच्छे नंबरों से पास कर दिया गया।

पिछले साल हुई थी गड़बड़ी
जानकारी के मुताबिक पिछले साल से सीबीआई इस मामले में जांच कर रही थी। यह धांधली अप्रैल और मई 2017 के दौरान हुई थी। इसमें मध्यप्रदेश के उमरिया, रतलाम और सीहोर स्थित परीक्षा केंद्रों से बड़े पैमाने पर ऐसे छात्रों को पास कर दिया गया, जो परीक्षा देने ही नहीं आए थे।

 

देशभर के लोग हैं शामिल
सीबीआई की तरफ से व्यापमं जोन की जांच की जा रही है। उसी की जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि ऐसे छात्रों की संख्या हजारों में हो सकती है। इस घोटाले में मध्यप्रदेश समेत हरियाणा, पंजाब, बिहार, उत्तरप्रदेश और देश की राजधानी दिल्ली समेत 20 से अधिक राज्यों के छात्र, संस्थानों के अधिकारी और कर्मचारी, मिडिएटर शामिल हैं।
कर्मचारियों के खाते में पहुंचे लाखों रुपए
यह भी खुलासा हुआ है कि सीबीआई ने 20 से अधिक राज्यों की जांच की थी। इसमें प्रारंभ तौर पर असम के गुवाहाटी के NIOS के एक कर्मचारी के खाते में लाखों रुपए भेजने के सबूत मिले हैं।
-सीबीआई को यह भी पता चल गया है कि मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित रीजनल सेंटर से जो कॉपियां जांच होने के लिए गुवाहाटी भेजी गई थी, उन पर भी एनआईओएस का लोगो भी नहीं था। परीक्षा केंद्रों से भेजी जाने वाली अटेंडेंस शीट में भी गड़बड़ी है।

क्या है NIOS
मानव संसाधन मंत्रालय के अधीन काम करने वाला केंद्रीय संस्थान है राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS)।
-यह देश में दूरस्थ पाठ्यक्रम (ओपन) संचालित करता है।
-NIOS ही देशभर में केंद्रीय और जवाहर नवोदय विद्यालयों में परीक्षा केंद्र बनाने का काम करता है।
-वर्तमान में संस्थान में डीएलएड के लिए 15 लाख शिक्षकों ने नामांकन कराया है।
-इसमें 1.65 लाख शिक्षक तो मध्‍य प्रदेश के हैं। -10वीं-12वीं के लिए हर साल औसतन 35 हजार छात्र भोपाल रीजनल सेंटर में पंजीयन कराते हैं।
-सीबीएसई और माध्यमिक शिक्षा मंडल के सर्टिफिकेट की तरह ही NIOS से 10वीं-12वीं के लिए जारी होने वाला सर्टिफिकेट भी मान्य होता है।

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