नवरात्रि में मां दुर्गा के जिन स्वरूपों की पूजा होती है उनमें माता शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्रि देवी हैं जो दुर्गा के नौ अलग-अलग रूप हैं। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और फिर पहले दिन की देवी से पूजा शुरू हो जाती है। इस नवरात्रि अगर आप देवी मां को प्रसन्न करना चाहते हैं तो सच्चे मन के साथ कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें, अग आप ऐसा करते है तो आपको कभी भी धन की कोई कमी नहीं होगी….
– नवरात्रि के नौ दिनों में प्रतिदिन मां भगवती के मंदिर में जाकर, माता रानी का ध्यान करना चाहिए।
– शास्त्रों के मुताबिक, यदि नवरात्र के दौरान प्रतिदिन स्वच्छ जल, माता जी को अर्पित किया जाता रहे तो मां भगवती जल्द प्रसन्न हो जाती हैं।
– नवरात्रों में नौ दिनों तक देवी माता जी का विशेष श्रृंगार करना चाहिए। चोला, फूलों की माला, हार और नए कपड़ों से माता जी का श्रृंगार किया जाता है।
– नवरात्र में अपने घर में माता के नाम की अखण्ड ज्योति जलाना ना भूलें। पूजा के दौरान करें गणेश जी का ध्यान नवरात्रि के दौरान सुबह और शाम दोनों समय दुर्गा मां की पूजा करना जरूरी है।
– नवरात्रि के आठवें दिन, माता जी की विशेष पूजा का आयोजन किया जाना शुभ बताया जाता है। इस पूजा के लिए यदि किसी ब्राह्मण की मदद ली जाए तो उत्तम रहता है। यदि ब्राह्मण ना हो तो खुद से, सप्तशती स्रोत पाठ और ध्यान पाठ करना चाहिए।
– नवरात्रि में देशी गाय के घी से अखंड ज्योति जलाना मां भगवती को बहुत प्रसन्न करने वाला कार्य होता है। लेकिन अगर गाय का घी नहीं है तो अन्य घी से माता की अखंड ज्योति पूजा स्थान पर जरूर जलानी चाहिए।
– नवरात्रों में एक बात का विशेष ध्यान सभी को रखना चाहिए कि यदि आप व्रत कर रहे हैं या नहीं कर रहे हैं लेकिन इन नौ दिनों में हर व्यक्ति को ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए।
– अगर आप नवरात्र में व्रत नहीं रख रहे हैं तो भी भोजन सात्विक ही करें। प्याज, लहसुन, मीट आदि का इस दौरान त्याग कर दें।
साफ मन व श्रद्धा रखने वाले मां को जल्दी प्रसन्न कर लेते हैं। इसलिए नवरात्र के दौरान साफ विचार मन में रखें और किसी की बुराई न करें।
– नवरात्रि में मां दुर्गा को खुश करने के लिए घर में कलश की स्थापना करें और मां दुर्गा का चित्र लगाएं। नियमित नौ दिन तक व्रत रहें और ध्यान रहे कि भोजन सिर्फ एक समय ही कर सकते हैं। गेंहू और जौ को बोना है आवश्यक ऐसी मान्यता है कि नवरात्र के दौरान गेंहू और जौ को बोना चाहिए क्यूंकि जैसे-जैसे ये पौधे अंकुरित होंगे आपका भाग्य चमक उठेगा।
– हिंदू धर्म में कन्याओं को विशेष दर्जा दिया जाता है, इसलिए 12 साल से कम उम्र की बच्चियों को रोजाना फल का प्रसाद दें और हो सके तो भोजन भी कराएं। ऐसा करने से दुर्गा मां को बहुत प्रसन्नता होती है।