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नवरात्रि के ये संकेत बताते हैं आपका भविष्य! जानिये क्यों उगाई जाती है जौ…

locationभोपालPublished: Oct 07, 2018 07:07:22 pm

Do and Don’t of Navratri: नवरात्रि में ऐसे जाने अपने आने वाले साल के बारे में, और व्रत के दौरान भूलकर भी न करें ये गलती…

Navratri signals

नवरात्रि के ये संकेत बताते हैं आपका भविष्य! जानिये क्यों उगाई जाती है जौ…

भोपाल। आदि शक्ति की आराधना का पर्व एक वर्ष में चार बार आता है। इनमें दो नवरात्र जिन्हें क्रमश: चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्र के नाम से भी जाना जाता है। वहीं इसके अलावा साल में ही दो और गुप्त नवरात्र भी आते हैं। जिनके बारे में कम जानकारी होने के चलते ही इन्हें गुप्त नवरात्र कहते हैं।

पंडित सुनील शर्मा के अनुसार आदि शक्ति की आराधना के लिए नवरात्र के 9 दिन बहुत खास होते हैं। इन दिनों मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा की जाती है।

इसके अलावा इस दौरान उगाई जाने वाली जौ हमें अपने आने वाले समय की ओर भी संकेत करती है। यानि आने वाला समय कैसा होगा, अच्छा का परेशानियों वाला…

नवरात्र और जौ…
पंडित शर्मा के अनुसार नवरात्रि के समय जो लोग नवरात्रि व्रत और दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं, वे लोग मिट्टी के बर्तन में जौ भी बो देते हैं। क्या आपको पता है नवरात्रि में जौ क्यों बोए जाते हैं और इसका पूजा में क्या खास महत्व होता है। यदि नहीं तो आइये जानते हैं…

जानकारों के अनुसार हमारे धर्मग्रन्थों के मुताबिक माना जाता है जब सृष्टि की शुरूआत हुई थी तो पहली फसल जौ ही थी। यही कारण है जब भी किसी देवी-देवताओं की पूजा की जाती है तो हवन में जौ का इस्तेमाल किया जाता है।

ऐसे मिलते हैं भाविष्य के संकेत…
ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि पर जो जौ उगाई जाती है वह भविष्य से संबंधित कुछ बातों के संकेत हमें प्राप्त होते हैं।

– साधारण तौर पर 2-3 दिनो में बोया गया जौ अंकुरित हो जाता है, लेकिन अगर यह न उगे तो भविष्य में आपके लिए अच्छे संकेत नहीं है यानि कि आपको कड़ी मेहनत करने के बाद ही फल की प्राप्ति होगी।
– अगर उगने वाला जौ का रंग नीचे से आधा पीला और ऊपर से आधा हरा हो इसका मतलब आने वाले साल का आधा समय ठीक रहेगा।

– अगर वहीं जौ का रंग नीचे से आधा हरा है और ऊपर से आधा पीला हो तो इसका अर्थ है कि आपका साल का शुरूआती समय अच्छे से बीतेगा, लेकिन बाद में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
– अगर आपके द्वारा बोया हुआ जौ सफेद या हरे रंग में उग रहा है तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है। अगर ऐसा होता है तो यह मान लिया जाता है कि पूजा सफल हो गयी। आने वाला पूरा साल खुशियों से भरा होगा।
नवरात्रि में उपवास के 9 दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां :
इस साल 10 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि आरम्भ होने जा रहे हैं। नवरात्रि का हिन्दूधर्म में विशेष महत्व होता है। इसमें नौ दिनों तक देवी के शक्ति रूपों की पूजा की जाती है।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार पुराणों और शास्त्रों में नवरात्रि के नौ दिनों तक उपवास रखने के कुछ नियम बताए गए हैं जिसका पालन व्रत रखने वालों को जरूर करना चाहिए।

– नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है। पहले दिन कलश स्थापना और अखंड ज्योति जलाई जाती है। ऐसे में इस समय घर को कभी भी खाली छोड़कर कहीं और नहीं जाना चाहिए।
– जो भक्त नवरात्रि में 9 दिनों तक व्रत रखता है उसे न तो बाल कटवाने चाहिए और न ही शेविंग करनी चाहिए। शास्त्रों में नवरात्रि पर बाल कटवाना अशुभ माना गया है। लेकिन इस दौरान बच्चों का मुंडन संस्कार शुभ होता है।
– विष्णु पुराण के अनुसार मां दुर्गा के इन नौ दिनों में दोपहर के समय सोना नहीं चाहिए। इससे व्रत रखने का उचित फल नहीं मिलता।

– नवरात्रि पर जो व्यक्ति उपवास रखता है उसे गंदे और बिना धुले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
– नवरात्रि का व्रत रखने वाले लोगों को बेल्ट,चप्पल-जूते, बैग जैसी चमड़े की चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

– नवरात्रि पर कभी भी भूलकर शारीरिक संबंध नहीं बनना चाहिए। इससे अनिष्ट होने का खतरा हमेशा बना रहता है।
– नवरात्रि के दिनों में एक स्थान पर बैठकर फलाहार करना शुभ होता है। फलाहार करते समय इधर-उधर नहीं घूमना चाहिए।

– सप्तशती का पाठ करते वक्त बीच में दूसरी बात बोलने या उठने की गलती नहीं करनी चाहिए। इससे शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती।
– नवरात्रि के 9 दिनों में भूलकर भी नाखून नहीं काटना चाहिए। इससे उपवास रखने के बावजूद नवरात्रि का पूरा फल नहीं प्राप्त होता।

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