भोपाल। नवरात्रि के नौ दिन पूरे होने पर यानी महानवमी की पूजा-अर्चना आदि के आयोजन के बाद मां दुर्गा के विसर्जन का समय शुरू होता है। नौ दिन तक मां आद्या की पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालु अब उन्हें अपने ससुराल के लिए विदाई देते हैं। यह नवरात्रि की अंतिम तिथि होती है। पर क्या आप जानते हैं कि विसर्जन के दौरान हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। वहीं इस बार विसर्जन करना कब शुभ है। साथ ही यह भी जरूरी नहीं कि आप पारंपरिक गीतों के साथ ही मां का विसर्जन करें आजकल मां के रीमिक्स और डीजे सॉन्ग्स का ट्रैंड हैं, तो आप भी अपनी पसंद का डीजे टैं्रड फॉलो करे और मां को नये अंदाज में विदाई दीजिए…
नवरात्रि विसर्जन के समय ध्यान रहे कि मां को ले जाते समय उनका उतना ही ध्यान रखें जितना लाते समय रखा जाता है। ध्यान रखें कि मां के दिव्य विग्रह को विसर्जन पूर्व कोई नुकसान न पहुंचें। विसर्जन से पहले मां की भक्तिभाव से आरती उतारें और प्रसाद भी वितरीत करें। इसके बाद मां को सरोवर में मां के जयकारे लगाते हुए विसर्जित करें।
इस साल की विसर्जन तिथि
दुर्गा विसर्जन 2022 तिथि navratri visarjan date/time
पंचांग के अनुसार, मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन दशहरा के दिन किया जाता है। इस साल दुर्गा विसर्जन 05 अक्टूबर 2022 को है। विजयादशमी यानी दशमी के दिन जगत जननी की प्रतिमा का विसर्जन कर मां को विदाई दी जाती है। वहीं कई लोग महानवमीं के दिन से ही विसर्जन संपन्न करते हैं। इस साल अश्विन माह की दशमी तिथि 04 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 20 मिनट से शुरू हो रही है। वहीं इसका समापन अगले दिन 5 अक्टूबर 2022 को 12 बजे होगा। ऐसे में प्रात: काल मुहूर्त में दुर्गा विसर्जन करना शुभ होगा।
पंचांग के अनुसार, मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन दशहरा के दिन किया जाता है। इस साल दुर्गा विसर्जन 05 अक्टूबर 2022 को है। विजयादशमी यानी दशमी के दिन जगत जननी की प्रतिमा का विसर्जन कर मां को विदाई दी जाती है। वहीं कई लोग महानवमीं के दिन से ही विसर्जन संपन्न करते हैं। इस साल अश्विन माह की दशमी तिथि 04 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 20 मिनट से शुरू हो रही है। वहीं इसका समापन अगले दिन 5 अक्टूबर 2022 को 12 बजे होगा। ऐसे में प्रात: काल मुहूर्त में दुर्गा विसर्जन करना शुभ होगा।
विसर्जन विधि
शास्त्रों में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करने से पहले उनकी विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए।
घटस्थापना में बोए जवारे दुर्गा विसर्जन के दिन परिवार में बांटने चाहिए और थोड़े जवारे अपने पास तिजोरी में रखें इससे धन की कमी नहीं होगी। बाकी बचे हुए जवारे को नदी में प्रवाहित कर दें। इन्हें फेंके नहीं, नहीं तो देवी नाराज हो जाएंगी। नौ दिन तक मां दुर्गा को चढ़ाई गई कोई भी सामग्री इधर-उधर फेंके नहीं न ही पैरों में आने दें। बल्कि, इसे भी मां दुर्गा के साथ विसर्जित कर दें।
शास्त्रों में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करने से पहले उनकी विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए।
घटस्थापना में बोए जवारे दुर्गा विसर्जन के दिन परिवार में बांटने चाहिए और थोड़े जवारे अपने पास तिजोरी में रखें इससे धन की कमी नहीं होगी। बाकी बचे हुए जवारे को नदी में प्रवाहित कर दें। इन्हें फेंके नहीं, नहीं तो देवी नाराज हो जाएंगी। नौ दिन तक मां दुर्गा को चढ़ाई गई कोई भी सामग्री इधर-उधर फेंके नहीं न ही पैरों में आने दें। बल्कि, इसे भी मां दुर्गा के साथ विसर्जित कर दें।
नवरात्रि विसर्जन डीजे सॉन्ग – navratri no din mai dasam din vidai visarjan maa chali नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली – 2 आँगन डगर घर सूना
अधीर भये नैन
निरास हुए हर गली
नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली – 2 भूल ना सकूँगा वो मन की
सजग सुहानी वो घडी
मोह माया ममता से जुडी थी
तेरे लगन की हर कड़ी
सपनो की वो डोर टूटी
माँ बेटे से रूठी
मुरझाई मन की काली
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली – 2 भूल ना सकूँगा वो मन की
सजग सुहानी वो घडी
मोह माया ममता से जुडी थी
तेरे लगन की हर कड़ी
सपनो की वो डोर टूटी
माँ बेटे से रूठी
मुरझाई मन की काली
नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली चौदह भवन की महारानी
पाती थी आयी ख़ुशी लिए
जल उठे शुभम अंधरे पथ में
सटी के सात के कई दिए
गरबा डांडिया नाच गाना
जगराते का तराना
हर एक रैना भली
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली चौदह भवन की महारानी
पाती थी आयी ख़ुशी लिए
जल उठे शुभम अंधरे पथ में
सटी के सात के कई दिए
गरबा डांडिया नाच गाना
जगराते का तराना
हर एक रैना भली
नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली रो रहा है रोम रोम मेरा
मुझे ना माता बिसराना
जाते जाते भाव से पर लाना माँ
पुकारना माँ सवर्ण
अर्पण करे तुझे वीरा
श्रद्धा का जखीरा
हे माँ भजनावली नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली रो रहा है रोम रोम मेरा
मुझे ना माता बिसराना
जाते जाते भाव से पर लाना माँ
पुकारना माँ सवर्ण
अर्पण करे तुझे वीरा
श्रद्धा का जखीरा
हे माँ भजनावली नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली
विसर्जन माँ चली
विसर्जन माँ चली आँगन डगर घर सूना
अधीर भये नैन
निरास हुए हर गली नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली बोलो सांचेदारबार की जय
जय माता दी
नवरात्रि विसर्जन डीजे सॉन्ग : यहां देखें पूरी लिस्ट
विसर्जन माँ चली आँगन डगर घर सूना
अधीर भये नैन
निरास हुए हर गली नवरात्र नव दिन माई
दशम दिन विदाई
विसर्जन माँ चली बोलो सांचेदारबार की जय
जय माता दी
नवरात्रि विसर्जन डीजे सॉन्ग : यहां देखें पूरी लिस्ट
माता जिनको याद करे वोह लोग निराले होते है, माता जिनका नाम पुकारे किस्मत वाले होते है
चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है. चलो बुलावा आया है. माता ने बुलाया है…Chalo Bulawa Aaya Hai Mata Ne Bulaya Hai
चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है. चलो बुलावा आया है. माता ने बुलाया है…Chalo Bulawa Aaya Hai Mata Ne Bulaya Hai
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये…Tune Mujhe Bulaya Sherawaliye… Tune Mujhe Bulaya Sherawaliye आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण. रहे तुझ में मगन, थाम कर यह चरण। तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे॥ आये तेरे भवन, देदे अपनी शरण। रहे तुझ में मगन, थाम कर यह चरण। तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे… — O Aaye Tere Bhawan Dede Dede Apni Sharan
दरबार तेरा दरबारों में इक खास एह्मियत रखता है. उसको वैसा मिल जाता है जो जैसी नीयत रखता है
प्यारा सजा है तेरे द्वार भवानी … बड़ा न्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी -Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani By Lakhbir Singh Lakkha
प्यारा सजा है तेरे द्वार भवानी … बड़ा न्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी -Pyara Saja Hai Tera Dwar Bhawani By Lakhbir Singh Lakkha
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब, उतारे तेरी आरती
दानव दल पर टूट पड़ो, माँ करके सिंह सवारी, तेरे भक्तजनो पर मैय्या, भीड़ पड़ी है भारी, दानव दल पर टूट पड़ो
माँ करके सिंह सवारी – Ambe Tu Hai Jagdambe Kali