नवंबर में नक्सली चीफ कमांडर के मारे जाने के बाद से ही नक्सली गतिविधियों को नए सिरे से खड़ा करने के लिए मुखिया की तलाश की जा रही थी। इसके लिए नक्सलियों की कई बैठकें हुईं और देवजी को एमएमसी जोन का मुखिया बनाया गया। तेलंगाना के करीमनगर जिले का मूल निवासी 60 वर्षीय देवजी कई नक्सली हमलों को अंजाम दे चुका है। झीरम घाटी मे हुए हमले का उसे मास्टर माइंड माना जाता है। सूत्रों की मानें तो अभी तक वह बस्तर के जंगलों से बाहर कम ही आया है, पर नक्सली गतिविधियों को विस्तार देने के लिए बड़े दस्ते के साथ तीनों राज्यों में मूवमेंट बढ़ाने की तैयारी में है।
मप्र में नक्सली मूवमेंट बढऩे का खतरा
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद नक्सली मप्र से सटे बालाघाट, मंडला और डिंडौरी के जंगलों में मूवमेंट बढ़ाते रहे हैं। हालांकि हॉक फोर्स की सख्ती के चलते मप्र में नक्सली बड़ी कार्रवाई करने में सफल नहीं हो सके हैं। देवजी हमलों की प्लानिंग करने के साथ ही अटैक करने की रणनीति में माहिर है। ऐसे में तीनों राज्यों की सुरक्षा एजेंसियां की चिंता बढ़ी है। देवजी के पास नक्सलियों का बड़ा दस्ता है, जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस है।