भोपाल. शहर में चंदन के पेड़ों पर चोरों की नजर है। यह पेड़ वीआईपी इलाकों में मंत्री और अफसरों के बंगलों पर लगे हैं। हाल में सरकारी विन्ध्याचल भवन से एक पेड़ को काटे जाने का मामला सामने आया। पेड़ को आधा काटकर छोड़ दिया।
भोपाल. शहर में चंदन के पेड़ों पर चोरों की नजर है। यह पेड़ वीआईपी इलाकों में मंत्री और अफसरों के बंगलों पर लगे हैं। हाल में सरकारी विन्ध्याचल भवन से एक पेड़ को काटे जाने का मामला सामने आया। पेड़ को आधा काटकर छोड़ दिया। राजधानी में आबादी के बीच बड़ी संख्या में चंदन के पेड़ हैं। अलग-अलग एजेंसियों के जरिए इन्हें रोपा गया था। इनमें से ज्यादातर पेड़ वीआईपी इलाकों में हैं। 74 बंगला स्थिति मंत्रियों के बंगलों में इन्हें लगाया गया था। बताया गया कि इनकी सुरक्षा का जिम्मा पीडब्ल्यूडी का है। आवास की देखरेख विभाग के अंतर्गत हो रही है। लगातार मामलों के कारण इसमें अनदेखी के आरोप लग रहे हैं। हाल में एक मामले में कुछ चंदन चोरों को पुलिस ने पकड़ा था7 इनसे लकड़ी भी बरामद की गई थी। जानकारों ने बताया कि गिरोह सक्रिय है। जंगल से लेकर शहर में कटाई हो रही है। ्बरसात में ज्यादा मामले आए हैं।
……. केस 1 करीब दो साल पहले टीटीनगर के 74 बंगला स्थित शासकीय आवास से चोर चंदन के दो पेड़ काटकर ले गए थे। पहले ये बंगला मंत्री को आवंटित था। केस 2 विन्ध्याचल भवन जहां सरकारी दफ्तर है में चंदन के पेड़ की कटाई हुई। यहां कई पेड़ लगे हैं। मामले में शिकायत दर्ज कराई गई है।
….. राजधानी के आसपास बड़ा वन क्षेत्र हैं। जहां चंदन के पेड़ भी हैं। चंदनपुरा के आसपास इनकी संख्या ज्यादा है। यहां से पेड़ों की कटाई कई प्रकरण सामने आ चुके हैं। वन क्षेत्र के बड़े हिस्से में चंदन के कई पौधे रोपे गए थे। जो अब पेड़ बन चुके हैं। इनमें से कुछ की कटाई के मामले आ चुके हैं।
& जिसकी जमीन है पेड़ों की कटाई रोकने या देखरेख की जिम्मेदारी संबंधित एजेंसी की होती है। शहर में इस तरह की शिकायतों पर संबंधित कार्रवाई करते हैं। विभाग के पास भी प्रकरण आए हैं। आलोक पाठक, डीएफओ