जिला अस्पताल के दूसरी मंजिल पर चले नसबंदी शिविर में ऑपरेशन के बाद अस्पताल प्रबंधन व डॉक्टरों द्वारा गंभीर लापरवाही बरती गई। ऑपरेशन के बाद बिना स्ट्रेचर के पहली मंजिल से नीचे उतरने के लिए पैदल ही जाने को कहा गया। जिसके चलते परिजनों को मजबूरन महिलाओं को गोद में ले बिल्डिंग से नीचे उतारना पड़ा। जिला अस्पताल में नसबंदी शिविर में कटनी शहरी क्षेत्र और कन्हवारा ब्लाक की 60 महिलाओं के नसबंदी ऑपरेशन किए गए।
शिविर में पहुंची महिलाओं को अस्पताल प्रबंधक की अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। गोद व पैदल चलाकर नीचे लाते परिजनों ने बताया कि महिलाओं के ऑपरेशन के बाद बिना स्ट्रेचर के ही रवाना कर दिया जा रहा है। परिजनों का कहना था कि ऐसे हाल में टांका खुलने, गिरकर घायल होने का खतरा बना रहा। अस्पताल प्रबंधक इस पूरे मामले में मूक दर्शक बना रहा।
सीएम की नसीहत के बाद भी नहीं सुधार
बता दें कि 5 दिसंबर को बिलहरी स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी कैंप के दौरान इंजेक्शन लगाने के बाद सिया बाई पति शिवकुमार चौरसिया की मौत हो गई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग की गंभीर बेपरवाही सामने आई है। कार्रवाई के नाम पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा रीठी बीएमओ डॉ. सुनील पराशर को रीठी से हटाकर सिर्फ ढीमरखेड़ा किया गया है। हालांकि इस मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर शशिभूषण सिंह को हटाया है। इस बड़ी कार्रवाई के बाद भी व्यवस्थाएं नहीं सुधर रहीं।
बता दें कि 5 दिसंबर को बिलहरी स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी कैंप के दौरान इंजेक्शन लगाने के बाद सिया बाई पति शिवकुमार चौरसिया की मौत हो गई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग की गंभीर बेपरवाही सामने आई है। कार्रवाई के नाम पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा रीठी बीएमओ डॉ. सुनील पराशर को रीठी से हटाकर सिर्फ ढीमरखेड़ा किया गया है। हालांकि इस मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर शशिभूषण सिंह को हटाया है। इस बड़ी कार्रवाई के बाद भी व्यवस्थाएं नहीं सुधर रहीं।
इनका कहना है
एनएसबी और एलटीटी ऑपरेशन कैंप का आयोजन किया गया। जिला अस्पताल में शहरी व कन्हवारा क्षेत्र की 60 महिलाओं के ऑपरेशन हुए। जल्दबाजी में लोग ऑपरेशन के बाद गोद में उठाकर ले जा रहे हैं। यहां पर सभी प्रकार की व्यवस्था की गई थीं। डॉ. राज सिंह, कैंप प्रभारी।
एनएसबी और एलटीटी ऑपरेशन कैंप का आयोजन किया गया। जिला अस्पताल में शहरी व कन्हवारा क्षेत्र की 60 महिलाओं के ऑपरेशन हुए। जल्दबाजी में लोग ऑपरेशन के बाद गोद में उठाकर ले जा रहे हैं। यहां पर सभी प्रकार की व्यवस्था की गई थीं। डॉ. राज सिंह, कैंप प्रभारी।