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शिक्षकों की लापरवाही, 6 लाख 63 हजार से ज्यादा बच्चों की छात्रवृत्ति अटकी

locationभोपालPublished: Sep 27, 2020 09:32:09 am

Submitted by:

Hitendra Sharma

अब दस दिन के अंदर बैंकों में जाकर अपडेट करने का स्कूल शिक्षा विभाग का फरमान

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भोपाल. शिक्षकों की हीलाहवाली से प्रदेश के करीब 6 लाख 63 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को एक साल से छात्रवृत्ति नहीं मिली है। वजह यह है कि शिक्षक 10 महीने में भी बच्चों के बैंक खाते और आधार नंबर अपडेट नहीं करा पाए हैं। हाल ये हैं कि आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे जिले हैं, जहां 90 फीसदी बच्चों के बैंक खाते को अपडेट नहीं किया गया है।
स्कूल शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, साढ़े चार लाख खातों को अभी तक स्कूलों ने बच्चों के जरिए अपडेट नहीं कराया है, जबकि दो लाख बारह हजार विद्यार्थियों के खाते अपडेट होने के बाद भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रबंधन पर नाराजगी जाहिर की है। इसके साथ ही उन्हें सभी बच्चों के खाते दस दिन के अंदर बैंकों में जाकर अपडेट कराने को कहा है। विभाग ने यह भी कहा है कि यदि इसके बाद किसी विद्यार्थी को छात्रवृत्ति नहीं मिलती है तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी। इस संबंध में अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
खाते अपडेट नहीं करने वाले टॉप पांच जिले

पन्ना में 16420 विद्यार्थी
रीवा में 37888 विद्यार्थी
खरगोन में 10009 विद्यार्थी
शहडोल में 7954 विद्यार्थी
उमरिया में 6391 विद्यार्थी

छात्रावासों की शिष्यवृत्ति दर बढ़ी
आदिम-जाति कल्याण विभाग ने अनुसूचित-जनजाति के छात्रावास और आश्रमों में रहने वाले विद्यार्थियों की शिष्यवृत्ति की दर में वृद्धि की है। वर्ष 2020-21 में बालकों की शिष्यवृत्ति 1300 रुपए और बालिकाओं के लिए 1340 रुपए प्रतिमाह की स्वीकृति दी गई है। इन विद्यार्थियों की शिष्यवृत्ति की दर हर साल मार्च में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर निर्धारित की जाती है। इस वर्ष बढ़ी हुई शिष्यवृत्ति की दर १ जुलाई 2020 से प्रभावशील होगी।
https://youtu.be/y-m_2Dc8gYo
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