यह निर्देश राज्य मंत्रालय में कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक में दिए गए। सीएम ने मास्क की आवश्यकता और उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना के रोगियों के इलाज की सुविधा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी व्यवस्था इस प्रकार होनी चाहिए कि जहाँ मरीज के लिए सुविधाजनक हो, वहीं उसका इलाज किया जाए।
शहडोल में मरीजों की उपचार संबंधी व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए, क्योंकि बड़े शहरों से शहडोल की दूरी काफी अधिक है।
प्रदेश के सभी सरकारी दफ्तर 14 अप्रैल तक बंद रहेंगे और लॉकडाउन भी रहेगा। सरकार ने पूर्व में 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित किया था, लेकिन बाद में पीएम नरेंद्र मोदी ने 21 दिन का लॉकडाउन पूरे देश में घोषित किया। इसके तहत 14 अप्रैल तक प्रदेश भी लॉकडाउन घोषित किया जाना है। सभी विभागों व कलेक्टरों को इसके निर्देश दिए गए हैं।
इंदौर में अब तक सबसे ज्यादा 27 मामले
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक मिली रिपोर्टों के मुताबिक सूबे में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में इंदौर के 27, जबलपुर के आठ, उज्जैन के पांच, भोपाल के तीन और शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो मरीज शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल इनमें से 45 लोग प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि दो अन्य लोगों की मौत हो चुकी है. मरने वालों में इंदौर का एक निवासी और उज्जैन की एक महिला है. ये दोनों मरीज 65-65 साल के थे और उन्होंने इंदौर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था.