महिला का वार्ड पुरुष तो पुरुष महिला
ओबीसी, अनुसूचित जाति व अन्य जातियों के लिए पंचायतें आरक्षित हो चुकीं थी। भाजपा सरकार के फैसले ने कांग्रेस के मंसूबों पर पानी फेर दिया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा का कहना है कि वे इस मामले में निर्वाचन आयोग में शिकायत करेंगे। सरकार को पंचायतों में आरक्षण कराना होगा, आरक्षण हुए सात साल हो चुके हैं, ऐसे में पंचायत चुनाव करना संभव नहीं होगा।
इस तरह से बंट गईं थीं पंचायतें
अनुसूचित जाति के सरपंच पद के लिए 28 पंचायतों को आरक्षित किया गया है।
इधर फंदा की 77 पंचायतों में बीस पिछड़ा वर्ग, 5 एसटी और 15 पंचायतें एससी रखी गईं हैं, जिसमें महिलाओं का आरक्षण अलग से किया गया है। इन पंचायतों में गढ़ा ब्राह्मण, रमाहा, नजीराबाद, हिंगोनी, बरखेड़ायाकूब, विरहाश्याम खेड़ी, गरेठियादांगी, बरोडी, भैंसखेड़ा, उमरिया, नरेलावाज्याप्त, विनेका, खादमपुर पंचायतें स्वता ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई हैं।
जिला पंचायत में तीन वार्ड अनारक्षित मुक्त
जिला पंचायत के दस वार्डों के आरक्षण में वार्ड-एक अनुसूचित जाति (महिला), वार्ड-2, 3 और 8 अनारक्षित (मुक्त), वार्ड-4 और 5 अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला), वार्ड-6 और 10 अनारक्षित महिला, वार्ड-7 अन्य पिछड़ा वर्ग (मुक्त) और वार्ड-9 अनुसूचित जाति (मुक्त) के लिए आरक्षित किया गया है।
फंदा के छह वार्ड अनारक्षित मुक्त
जनपद पंचायत फंदा के वार्ड 1 और 2 अनुसूचित जाति महिला, वार्ड- 3, 9, 10 अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, वार्ड-4, 5, 12, 14, 15, 20 अनारक्षित मुक्त, वार्ड-6,11 अनुसूचित जाति मुक्त, वार्ड-7, 8, 13,16 अनारक्षित महिला, 17, 19 अन्य पिछड़ा वर्ग मुक्त और वार्ड-18 अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित की गई है।
बैरसिया में 13 महिला वार्ड बैरसिया जनपद वार्ड-1, 3 और 12 अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, वार्ड-2, 6 और 13 अनुसूचित जाति (मुक्त), वार्ड-4, 5, 15, 19, 23 और 25 अनारक्षित, वार्ड-7, 8 और 16 अन्य पिछड़ा वर्ग (मुक्त), वार्ड-9, 10, 14, 20, 22 और 24 अनारक्षित-महिला, वार्ड-11, 17, 18 अनुसूचित जाति महिला, वार्ड 21 अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित की गई है।