दिल्ली में न्यू इयर और क्रिसमस के जश्न के जमावड़े पर रोक के बाद अब जहां अन्य राज्य भी न्यू ईयर पर सख्ती के बारे में विचार कर रहे हैं वहीं मध्यप्रदेश में अभी तक कोई सख्ती या दिशा निर्देश सामने नहीं आए हैं. प्रदेश में अभी सिर्फ रोको-टोको अभियान से ही काम चल रहा है, लेकिन अंतिम समय में कोई सख्ती या दिशा निर्देश सामने आते हैं तो नए साल के जश्न में रुकावट पैदा हो सकती है.
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सूत्रों की मानें तो उच्च स्तर पर नाइट कर्फ्यू जैसे इंतजामों पर विचार चल रहा है। हालांकि जिला प्रशासन के अफसर किसी प्रकार की सख्ती से इनकार कर रहे हैं। इधर भोपाल की होटलों और टूरिस्ट स्थल पर बुकिंग फुल हो चुकी है, उधर यहां केस भी बढ़ रहे हैं. हाल ये है कि अभी भोपाल में 64 एक्टिव केस हो चुके हैं. कोरोना से संक्रमित इन मरीजों में 37 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. इन 64 में से कुछ मरीजों की हालत ज्यादा गंभीर है और यही कारण है कि इनमेें से 27 मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां इनका इलाज किया जा रहा है.
अभियान के अंतिम दिन 27 हजार को लगी वैक्सीन
इधर वर्ष 2021 के आखिरी महा-वैक्सीनेशन अभियान के दौरान करीब 27 हजार लोगों को कोरोना की फर्स्ट और सेकंड डोज लगाई गई। करीब 18 लाख 60 हजार 817 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लग चुकी है। अभी सवा लाख लोगों को दूसरी डोज लगना बाकी है। इसके बाद ही दूसरे डोज का लक्ष्य पूरा हो सकेगा।