दिग्विजय सर्किट हाउस के मेन गेट पर खड़े हो गए और दावेदारों की लंबी कतार लगवा दी। एक घंटे में उन्होंने एक हजार दावेदारों को टिकट का आश्वासन दे दिया लेकिन शर्त भी लगा दी, दिग्विजय ने कहा कि आवेदन फॉर्म में ये लिखना पड़ेगा कि आखिर उनको टिकट क्यों दी जाए और कैसे जीतेंगे उसकी गारंटी क्या है।
दिग्विजय से मिलने पूर्व मंत्री बृजेंद्र राठौर, जसवंत सिंह समेत पूर्व सांसद,पूर्व विधायक और अन्य कार्यकर्ता पहुंचे। कतार लगाकर दिग्विजय से मिलने का जिम्मा पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल ने संभाल रखा था। दावेदारों ने बताए जीत के ये कारण –
पन्ना की गुन्नौर सीट से दावेदार राधा चौधरी अपने पति धूराम चौधरी के साथ टिकट मांगने आईं। राधा ने बताया कि उनकी विधानसभा सीट पर उनकी जाति के सबसे ज्यादा वोट हैं,इसलिए उनका जीतना तय है बस राजा साहब टिकट दिला दें।
खिलचीपुर से आए लोगों ने कहा कि मंडलोई वकील साहब को टिकट दे दो राजा साहब तभी जीत पाएंगे। राजगढ़ से आए युवक नीरज ने कहा कि मेरी राजा साहब के साथ इतनी फोटों हैं कि यदि उन्होंने फाइल देख ली तो टिकट दे ही देंगे।
फिर बढ़ी पहली सूची की तारीख – कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली सूची फिर टल गई है। कांग्रेस ने तीसरी बार ये तारीख आगे बढ़ाई है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पहले कहा था कि 12 सितंबर तक 80 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे,उसके बाद ये तारीख 15 सितंबर हो गई। अब कमलनाथ कहते हैं कि पहली सूची 20 सितंबर के बाद ही घोषित की जाएगी।
40 सीटों पर सिंगल नाम – पहली सूची में 80 उम्मीदवारों के नाम होंगे, जिनमें से करीब ४० सीटों पर सिंगल नाम का ही पैनल है। ये चालीस सीटें मौजूदा विधायकों की हैं। 40 विधायकों की फिर से उम्मीदवारी का एेलान पहली सूची में कर दिया जाएगा, अन्य विधायकों का सर्वे के आधार पर दूसरी सूची में नाम आएगा। बाकी 40 सीटें एेसी हैं जो कांग्रेस तीन या उससे ज्यादा बार से नहीं जीती और उन पर दावेदारों की संख्या ज्यादा नहीं है,उनके नाम भी पहली सूची में आ जाएंगे।