थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मूलत: कटनी निवासी आशीष कुमार पिता सुदामा प्रसाद कोरी (30) पीएससी और लोको पायलेट की तैयारी कर रहा था। वह कस्तूरबा नगर में चार दोस्तों के साथ किराए से रहता था। उसके पिता कटनी में एक आर्डीनेंस फैक्ट्री में सुपरवाइजर हैं।
घटना के चश्मदीद और मृतक के दोस्त मोहित नायर ने बताया कि सोमवार रात आशीष, उसका रूम पार्टनर मणिशंकर शर्मा, और नितिन पांडे छह नंबर स्टॉप जाने के लिए निकले थे। एक गाड़ी पर आशीष और मणिशंकर सवार थे। वह दूसरी गाड़ी पर मोहित और नितिन थे।
इस दौरान देर रात करीब सवा एक बजे वल्लभ भवन के सामने बिड़ला मंदिर की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार कार के चालक ने आशीष की गाड़ी में टक्कर मार दी। हादसे में आशीष और मणिशंकर पीछे दूर फिका गए, जबकि उनकी गाड़ी कार में आगे फंस गई।
जमीन पर गिरने से आशीष का हेलमेट फट गया और उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद चालक कार लेकर भाग निकला। पुलिस ने मर्ग कायम कर कार चालक के खिलाफ लापरवाही पूर्वक वाहन चलाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पिता का इकलौता बेटा, पिछले साल तैयारी करने आया था भोपाल
बताया गया है कि आशीष ने जबलपुर से बीटेक की पढ़ाई की है। वर्ष 2018 में वह भोपाल आया था। फिलहाल उसने लोको पायलेट की परीक्षा दी थी। दो स्टेप पास करने के बाद वह तीसरे की तैयारी कर रहा था। आशीष अपने पिता का इकलौता बेटा था।
हादसे के बाद मोहित और नितिन ने 108 से दोनों को जेपी अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने आशीष को मृत घोषित कर दिया था। मणिशंकर के सिर, हाथ, पैर, पीठ समेत सात जगह चोट आई हैं। इधर, पुलिस ने कार को हबीबगंज स्टेशन के पास लावारिश हालत में बरामद किया है। कार हैदराबाद की जूम कंपनी में अटैच है। कंपनी का कार्यालय इंदौर में है।