ऑक्सीजन की कमी से मौतों की खबरें दुखद : कमलनाथ
भोपाल : भोपाल, इंदौर, सागर, उज्जैन, खरगोन के बाद अब खंडवा व जबलपुर में ऑक्सीजन की कमी से मौतें होने की दुखद खबर सामने आई है। प्रदेश भर में अस्पतालों के बाहर मरीज ख़ुद ऑक्सीजन की व्यवस्था कर, मुँह पर ऑक्सीजन लगाए अस्पतालों में बेड के लिये घंटों इंतजार कर रहे हंै, इलाज के अभाव में अपनी जान गँवा रहे हैं, ऐसी तस्वीरें रोज सामने आ रही हैं। रेमडेसिविर को लेकर अभी भी मरीज और उनके परिजन दर- दर भटक रहे हंै। शासन की सारी व्यवस्थाएँ फेल हो चुकी हैं, अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। मौतों का आँकड़ा दिन- प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, मुक्तिधामों-कब्रस्तानों से भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं। बड़े शहरों की यह स्थिति है तो छोटे शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों का तो भगवान ही मालिक है। फिर भी हमारे शिवराज जी रोज ऑक्सीजन की आपूर्ति, बेड की उपलब्धता, इंजेक्शन को लेकर जनता को झूठे आँकड़ें परोसकर झूठ बोल रहे हैं कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, बेड की कमी नहीं है, इंजेक्शन की कमी नहीं है। आखिर कब शिवराज सरकार अपनी नाकामी और इस भयावह सच्चाई को स्वीकार करेगी और जनता की इन परेशानियों को दूर कर उन्हें राहत प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र :
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि निजी अस्पतालों में सीटी स्कैन समेत अन्य जांचों के लिए ज्यादा कीमत वसूली जा रही है। राजस्थान की तरह मध्यप्रदेश सरकार भी निजी अस्पतालों में जांच की दरें तय करे ताकि आम लोगों को राहत मिल सके। वहीं कमलनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है इसलिए सरकार फिर सरकारी कर्मचारियों के लिए कोरोना योद्धा कल्याण योजना शुरु करे ताकि उनको संकट की इस घड़ी में आर्थिक संबल मिल सके।