उधर, मंत्री के दावे को झुठलाते हुए भोपाल के नेहरू नगर आर्यसमाज मंदिर के व्यवस्थापक प्रमोद वर्मा ने कहा कि मंत्री पुत्र गिरजेश और प्रीति की शादी उनकी मौजूदगी में आर्य रीति-रिवाज से हुई थी। उधर, उदयपुरा में प्रीति की मौत के बाद परिजनों को उसके पर्स से पुडिय़ा मिली, जिसमें लिखा था कि जय माता दी, हम दोनों को मिलाना।
इस घटना से आक्रोशित रघुवंशी समाज ने चेतावनी दी है कि अब वे प्रदेशभर में मंत्री के खिलाफ आंदोलन छेड़ेंगे। प्रदेश कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचेगा।
इस्तीफे पर मंत्री बोले- मुझे जनता ने चुना है, फैसला मुख्यमंत्री पर
प्रीति आत्महत्या मामले में इस्तीफे को लेकर मंत्री रामपाल ने मीडिया से कहा, मुझ पर क्षेत्र की जनता का विश्वास है। जनता ने मुझे चुना है। इस मामले में जांच चल रही है। बाकी मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार है। बेटे गिरजेश ने मुझे शादी की बात कभी नहीं बताई।
जब उनसे पूछा गया कि उसने शादी की बात मानी या नहीं तो रामपाल का जवाब था कि घटना के बाद से उनकी गिरजेश से मुलाकात नहीं हुई है। हो सकता है कि वह डरकर कहीं छिप गया है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनका परिवार लगातार प्रीति के परिवार के संपर्क में है। उनके मन में जो भी बात है उनका समाधान निकालेंगे। कांग्रेस ने मामले में भी राजनीति की, यह अनुचित है।
तीन दिन में एफआईआर नहीं तो देंगे धरना : कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने मीडिया से कहा, तीन दिन में मंत्री और उनके पुत्र के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं हुई तो मुख्यमंत्री निवास पर धरना देंगे। मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय ङ्क्षसह मृतका प्रीति के परिजनों से मिलने उनके गांव उदयपुरा जाएंगे।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पार्टी विधायक हेमंत कटारे के मामले में जेल में बंद महिला से शिकायत लेकर एफआइआर दर्ज की गई, जबकि मंत्री रामपाल और उनके पुत्र के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने के बावजूद एफआइआर दर्ज नहीं कराई जा रही है। यह सरकार का दोहरा चरित्र है।
प्रमोद वर्मा का दावा- शादी का सर्टिफिकेट भी लेने आई प्रीति
भोपाल नेहरू नगर आर्य समाज मंदिर के संचालक प्रमोद वर्मा ने कहा, हमारे मंदिर में गिरजेश से शादी रचाने के 6 महीने बाद 13 दिसंबर 2017 को प्रीति मैरेज सर्टिफिकेट की कॉपी लेने आई थी। वह डरी हुई थी।
कांप रही थी। मैंने पूछा कि इतना डरी हुई क्यों है तो प्रीति ने कहा, मेरे पास अपनी शादी का प्रमाण नहीं है, सर्टिफिकेट लेने आई हूं। मुझे पता ही नहीं था कि गिरजेश मंत्री पुत्र है। 20 जून 2017 को विवाह में प्रीति के भाई नीरज ने कन्यादान किया।
मौत से पहले प्रीति ने पुडिय़ा में लिखा- हम दोनों को मिलाना
प्रीति के परिजनों को उसकी सुसाइड के बाद पर्स में पुडिय़ा मिली। इसमें लिखा था ‘जय माता दी, हम दोनों को मिलाना।’ मंत्री पुत्र गिरिजेश ने दूसरी सगाई के दिन 14 मार्च को प्रीति के भाई नीरज को एसएमएस किया- ‘कहां हो नीरज, प्रीति से बात कराना जल्दी। उसके पास रहो यार।’
फर्जी पता लिखाकर की गिरजेश ने शादी
गिरजेश ने शादी के शपथपत्र में अवधपुरी की जिस अनुपम कॉलोनी के मकान नंबर 222 का जिक्र किया है, उसके किसी फेज में यह मकान नंबर नहीं है।
पत्रिका रिपोर्टर ने सोमवार को इस कालोनी में जाकर दोनों की शादी के सर्टिफिकेट में लिखे पते ‘222 अनुपम नगर, खजूरी कलां’ की पड़ताल की, लेकिन यहां केवल 100 मकान हैं। एमजीएम स्कूल के पास इस कालोनी का फेज टू भी हैं। यहां भी 222 नंबर का घर नहीं था।