शिकायत में यह भी कहा गया है कि रात के समय इन कारखानों में काम करने वाले लोग और अन्य असामाजिक तत्व देर रात पर शराब पीकर हंगामा करते हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि वे नवम्बर 2018 से लगातार शिकायत करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने 14 जनवरी 2019 को कलेक्टर जनसुनवाई में भी इस आशय से संबंधित शिकायत संख्या 7645144 दर्ज कराई, लेकिन कोई कारवाई नहीं की गई। इस बारे में 6 फरवरी को नगर निगम के जोनल अफसर शैलेश चौहान से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामला भवन अनुज्ञा शाखा को सौंपा गया है। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
नगर निगम, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों की चुप्पी से रहवासी परेशान हैं। उन्हें समाधान की कोई राह नजर नहीं आ रही। कारखानों का शोरगुल और कर्मचारियों का हंगामा कॉलोनी में कभी भी अप्रिय स्थिति पैदा करवा सकता है।
नगर निगम, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों की चुप्पी से रहवासी परेशान हैं। उन्हें समाधान की कोई राह नजर नहीं आ रही। कारखानों का शोरगुल और कर्मचारियों का हंगामा कॉलोनी में कभी भी अप्रिय स्थिति पैदा करवा सकता है।
मामले के बारे में संबंधित अधिकारियों से बात की जाएगी और शिकायत का परीक्षण करवाकर रहवासियों की समस्या का समाधान कराया जाएगा।
– हरीश गुप्ता, पीआरओ, नगर निगम