स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि वैसे तो 17 राज्यों के 27 जिलों में पिछले 14 दिनों से किसी भी नए व्यक्ति को कोविड-19 बीमारी नहीं हुए हैं। इसके अलावे देश के 325 जिलों से अब तक कोरोना का कोई भी केस सामने नहीं आया है। अगर यही स्थिति आगे भी रही तो 20 अप्रैल के बाद इन जिलों में लॉकडाउन से कुछ हद तक राहत दी जा सकती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार, मध्य प्रदेश के शिवपुरी में पिछले 14 दिनों से कोई नया केस सामने नहीं आया है। इसके अलावा 25 ऐसे भी जिले हैं, जहां अभी तक एक भी केस सामने नहीं आया है। अगर इन जिलों की स्थिति यूं ही नियंत्रण में रही तो 20 अप्रैल से लॉकडाउन से कुछ हद तक राहत दी जा सकती है।
रेड जोन में प्रदेश के सभी बड़े शहर इंदौर मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट है। यहां कोरोना मरीजों की संख्या 600 के पार पहुंच गया है। सरकारी आंकड़े के अनुसार अभी यह 597 है। उसके बाद राजधानी भोपाल में संख्या 170 पहुंच गई है। बुधवार को आई रिपोर्ट में एक 2 साल का बच्चा भी पॉजिटिव है। एम्स के 2 कर्मचारी भी कोरोना पॉजिटिव हैं। बुधवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा 289 कोरोना के मरीज सामने आए हैं। इंदौर, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर, इटारसी, खंडवा, उज्जैन ये सभी बड़े शहर रेड जोन में है। यहां हर दिन कोरोना से संक्रमित मरीजों की तदाद में बढ़ोतरी हो रही है।
26 जिलों में कोरोना कोरोना धीरे-धीरे प्रदेश के दूसरे जिलों में भी अपनी पैठ बढ़ा रहा है। 52 जिलों में 26 जिलों में कोरोना पहुंच गया है। बुधवार को आगर मालवा में 3 और अलीराजपुर में 1 कोरोना मरीज मिला है। ये दोनों जिले अभी तक कोरोना की पहुंच से दूर थे।