– शाहजहांनीपार्क के पास – बड़े क्षेत्र में प्लांट बना है। कचरा भी जमा किया जा रहा है। गैस बनाने की योजना थी लेकिन फिलहाल यह बंद है। जबकि यहां पर पूरा सेटअप तैयार है। यहां तैयार बायोगैस से जरूरतमंदों के लिए खाना तैयार करने की योजना थी। यहां गैस सिलेंडर का खर्च बजाया जा सकता था।
– सॉलिड वेस्ट निस्तारण के लिए भदभदा में कचरे से बायोगैस बनाने की योजना के तहत प्लांट लगाया गया। इस प्लांट से गैस नहीं बन पाई। लंबे समय तो यहां कचरे के ढेर लगे रहे। यहां भी योजना फेल हो गई।
– आरिफ नगर में भी एक प्लांट लगाया जाना था। यहां कचरा ट्रांसफर स्टेशन ही खत्म हो गया। गैस बनाने की योजना धरातल पर नहीं उतरी।
कचरे से गैस बनाने की योजना के मामले में जिम्मेदारों ने कहा कि बड़े स्तर पर इसकी तैयारी चल रही है। शहर के पूरे कचरे का एक साथ इस्तेमाल कर उससे गैस बनाने के लिए काम होगा। अभी तक छोटे-छोटे प्लांट की योजना है। इसका विस्तार किया गया है।
– आरके सक्सेना, प्रभारी इंजीनियर स्वच्छता सर्वेक्षण