तकनीकी खामियां उपभोक्ताओं पर पड़ रही भारी
बिजली कंपनी तक समस्या न पहुंच पाने से समाधान नहीं हो पा रहा है। यह स्थिति तब है जब बाकायदा कॉल सेंटर बना हुआ है। जहां कई प्रतिनिधि तैनात किए गए हैं। प्रक्रिया के तहत उपभोक्ताओं की शिकायत को संबंधित जोन या सर्किल में यहां से समाधान के लिए ट्रांसफर करते हैं। आईवीआरएस नंबर दर्ज करने के बाद भी आ रही परेशानी लंबे समय से बताई जा रही है। करीब एक हफ्ते पहले मामले सामने आने के बाद जिम्मेदारों कराने की बात कही थी। शिकायत का कुछ समय ही असर नजर आया। उसके बाद फिर से स्थिति अब पहले जैसी हो गई है। तकनीकी खामियां गर्मी में उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रही हैं।
रोज खराब हो रहे हैं ट्रांसफार्मर
जली कंपनी ने हाल ही में लाइनों एवं उपकरणों का रखरखाव शुरू किया है, इसके बावजूद ट्रांसफार्मर में आग लगने से इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि बार-बार बिजली गुल होने पर जब वे शिकायत करते हैं तो सुनवाई नहीं होती। काल सेंटर पर शिकायत तो दर्ज कर ली जाती है लेकिन बिजली कब आएगी इसके बारे में जानकारी नहीं दी जाती। आवासीय इलाकों में लगे ट्रांसफार्मर आए दिन खराब हो रहे हैं। कभी इनमें आग लग जाती है तो कभी जोरदार धमाके के साथ बिजली गुल हो जाती है। इससे बिजली कंपनी के मेंटेनेंस पर सवालिया निशान खड़े गए हैं।