पहले भी कर चुका है अटैक
बताया जा रहा है कि इसे वहां का प्राइमरी इंटेलिजेंस ब्यूरो रिकॉनाइसेंस जनरल ब्यूरो कंट्रोल कर रहा है। इससे पहले साल 2014 में भी ये खबरों में आया था। उस समय इसने सोनी पिक्चर्स इंटरटेनमेंट पर मैलवेयर अटैक किया था। ये 2017 में यूएस और ब्रिटेन समेत कई देशों पर में WannaCry रैंसमवेयर अटैक भी कर चुका है।
पूरी तरह से हो जाएं सावधान
इस बारे में रिसर्चर्स का कहना है कि मैलवेयर को विक्टिम के एटीएम कार्ड में प्लांट करने के लिए बनाया गया था, जहां से यह मशीन में कार्ड लगाए जाने पर डेटा रीड और स्टोर कर सके। बाद में इस डेटा की मदद से बैंकधारकों के पैसे आसानी से चुराए जा सकें। यह मैलवेयर यह भी बता सकता है कि एटीएम में आपने कब कौन-सा पिन डाला है। जिसकी मदद से ये आपके अकाउंट से पैसे निकाल लेता है।
इसके अलावा यह मैलवेयर रिमोटली भी काम करता है यानी इसके लिए दूर बैठा हैकर आपके एटीएम को कंट्रोल कर सकता है। इसलिए आप अपने एटीएम से पैसे निकलते समय पूरी तरह से सतर्क रहें साथ ही किसी भी अन्य व्यक्ति से कोई भी अकाउंट की डिटेल शेयर न करें।