भोपाल. प्रदेश में बड़े निवेश के इच्छुक बाबा रामदेव को देने के लिए सरकार के पास भोपाल में अदद जमीन नहीं मिल रही है। बाबा ने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में भोपाल के आस-पास जमीन मांगी थी, लेकिन तलाश पूरी नहीं हो पाई है। पतंजलि करीब दो सौ एकड़ जमीन मांग रहा है, जो एक ही जगह पर मिलना असंभव है। ऐसे में दूसरा विकल्प सुझाया जा रहा है।
इंदौर में पिछले महीने जीआईएस में बड़े उद्योगपतियों के बीच बाबा रामदेव ने प्रदेश में बड़े निवेश का ऐलान किया था। बाबा ने समिट में ही इंदौर के पास पीथमपुर में केवल 45 एकड़ जमीन पर कबड़्डी खेलने का बोल चुटकी ली थी। दरअसल रामदेव बड़े पैमाने पर जमीन चाहते थे, जिसके लिए समिट में चर्चा के दौरान भोपाल को पसंद बताया था।
पतंजलि को चाहिए 200 एकड़ जमीन
उद्योग विभाग ने भोपाल में बाबा के लिए कुछ स्थान पर जमीन देखी, लेकिन पतंजलि 200 एकड़ जमीन चाहती है। इसमें भी विकसित जमीन पहली प्राथमिकता रहेगी। ऐसे में भोपाल और इंदौर को छोड़कर दूसरे शहरों में पूर्ण विकसित थोकबंद जमीन की तलाश की जा रही है। बहरहाल, उद्योग मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बाबा को रीवा में निवेश का विकल्प सुझाया है।
रीवा क्षेत्र में एक साथ जमीन देने की संभावना ज्यादा है। यहां विकसित जमीन पतंजलि को दी जा सकेगी। मंत्री शुक्ल के मुताबिक पतंजलि के लिए जमीन देखी जा रही है। रीवा में भी निवेश की संभावना जताई गई है।
अभी इतना लैंड बैंक
ट्राइफेक ने प्रदेश में छोटे-बड़े उद्योगों के लिए अलग-अलग 48 हजार हेक्टेयर का लैंड बैंक तैयार किया है। यह लैंड बैंक 1 लाख 20 हजार एकड़ जमीन का है। इसमें 1600 हेक्टयेर्स जमीन विकसित की जा चुकी है। अभी सरकार के पास भोपाल संभाग में 1719 हेक्टेयर जमीन है। इनमें एकमुश्त बड़ी जमीन नहीं है। इसलिए दूसरे शहरों के विकल्प पर विचार हो रहा है।
यूपी में दो हजार करोड़ का निवेश
पतंजलि मध्यप्रदेश में पहले चरण में 500 करोड़ का निवेश करने जा रही है, लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश में सरकार से एकमुश्त जमीन मिलने और सुविधाओं की वजह से बाबा रामदेव ने उत्तर प्रदेश में 2 हजार करोड़ के निवेश का ऐलान किया है।