इस तरह चलेगी प्रक्रिया
छह वार्ड के संबंध में अभी दावे आपत्ति मांगे गए हैं। 10 दिन में पक्ष या विपक्ष में जितने दावे आपत्ति आएंगे उन्हें कमिश्नर के माध्यम से शासन के पास भेजा जाएगा। जनता का बहुमत जिधर होगा उस आधार पर शासन निर्णय लेगा।
पालिका को हरी झंडी मिलती है तो इन छह वार्डों का नए सिरे से परिसीमन कर 30 वार्ड बनाए जाएंगे। ऐसे में यहां पार्षदों की संख्या बढ़ेगी। राजनीतिक रूप से पार्टी को फायदा पहुंचेगा। विपक्षी पार्टी के पार्षदों के लिए परेशानी खड़ी होगी। इस कारण कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कोलार को नगर निगम से अलग कर नगर पालिका बनाने की घोषणा कर चुकी है।
पांच साल पहले किया था शामिल, बदलेंगी सीमाएं
2006 में कोलार को नगर पालिका बनाया गया था। इसमें 25 वार्ड आते थे, लेकिन 2104 में हुए परिसीमन के बाद इसमें 20 गांव को और शामिल कर नगर निगम सीमा में शामिल कर लिया। ऐसे में नगर निगम की वार्ड संख्या 79 से बढ़कर 85 हो गई। अब इसे फिर से अलग करने की तैयारी चल रही है। परिसीमन में वार्डों की सीमाएं बदलेंगी। इसका असर नगर निगम के बाकी 79 वार्डों पर भी पड़ेगा, क्योंकि इनकी सीमाओं का भी परिसीमन कर संख्या 85 की जाएगी।
ये क्षेत्र होंगे प्रभावित – वार्ड, 80 दामखेड़ा, अंबेडकर नगर झुग्गी बस्ती,बंजारी, कांहाकुंज फेस-1, सर्वधर्म ए सेक्टर, महाबली नगर, सांईनाथ नगर, अमरनाथ कॉलोनी। इसी प्रकार वार्ड 81 में कांहाकुंज फेस-2, गेहूंखेड़ा, बैरागढ़ चीचली, मीना खेड़ी, अकबरपुर, रसूलिया जागीर, इनायतपुर। वार्ड 82 मंदाकिनी, दानिश कुंज, गुड शेफर्ड कॉलोनी, महाबली, कृष्ण करीम नगर, सूर्या कॉलोनी। वार्ड 83 अब्बास नगर, सनखेड़ी, गणेश नगर, अकबरपुर गांव, बांस खेड़ी, सनखेड़ी, सलैया। वार्ड 84 में हिनोतिया आलम, सोहागपुर देहरीकला, पिपलीय केशो, सेमरी कलां, इमलिया जरगर, सहित पांच अन्य क्षेत्र। कटारा वार्ड 85 में रापडिय़ा, पिपलिया कुंजनगढ़, भैरोंपुर, समरधा, कलियासोत, दीपड़ी, छान, बर्रई व अन्य कॉलोनी।
जनसंख्या पर पड़ेगा असर
लोकसभा चुनाव के लिए तैयार की गई मतदाता सूची में जिले में 19 लाख सात हजार 476 मतदाता हैं। इसमें से कोलार क्षेत्र की तीन लाख की आबादी घटा दी जाए तो ये संख्या 16 लाख सात हजार 476 रह जाएगी।
कोलार नगर पालिका के लिए दावे आपत्ति मांगे गए हैं। 10 दिन के अंदर लोग दावे आपत्ति प्रस्तुत कर सकते हैं।
सुदाम खाड़े, कलेक्टर