उपन्यासों और लिटरेचर पर उन्होंने अमृता प्रीतम का जिक्र किया और बताया कि उन्होंने खुशवंत सिंह से अपनी आत्मकथा के लिए टाइटल का सुझाव मांगा और खुशवंत सिंह ने हंसते हुए कहा कि आप तो रसीदी टिकट के लिए जानी जाती हैं तो उन्होंने अपनी आत्मकथा का नाम रसीदी टिकट रख दिया। उन्होंने कहा कि कैसे एक ऑथर अपने समय की सकृति और परम्पराएं को जिंदा रखते हैं।
अंत में उन्होंने जेन आस्टिन के पसंदीदा विषय खासतर रिश्तों की जटिलताओं को उनके उपन्यासों द्वारा प्रस्तुत किया। फेस्टिवल का दूसरा दिन स्वामी प्राइड एंड प्रेज्यूडिस पर केंद्रित होगा। तीसरे दिन शुगर साइड उप बेकरी में जेन आस्टिन के उपन्यासों पर हस्तियों का प्रदर्शन किया जाएगा।
लिटकिटस वाइस प्रेसिडेंट जैनब खान ने तीन दिवसीय समारोह की रूपरेखा बताई। अदीना सैयद ने लेखिका के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कुछ अनछुए पहलुओं को उजागर किया। रिचा श्रीवास्तव तथा प्रकृति रईस के जेन आस्टिन पर प्रेजेंटेशन से चर्चा को रोचक बनाया। अंत में आयोजित क्विज में आस्टिन के जीवन पर आधारित सवाल पूछे गए। जैसे उनका जन्मदिन, उन्हें कहां दफनाया गया, उन्होंने किस नाम से प्रकाशक बेंजमि को गुस्से से पत्र लिखा…आदि। जेन आस्टिन पर हबीबा द्वारा संचालित इस क्विज की विजेता सालेहा अंसारी रहीं।