कोराना संक्रमण के चलते राज्य सरकार ने काम-काज में कई बदलाव किए थे। इसमें सरकारी दफ्तरों में जरूरत के मुताबिक अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति रही। वर्क फ्रॉम होम को महत्व दिया गया। स्थितियों में सुधार आया तो 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ दफ्तर शुरू हुए और अब शत प्रतिशत उपस्थिति शुरू की गई। इसी कोरोनाकाल में फाइव-डे वीक भी शुरू किया गया। यानी सप्ताह में पांच दिन का दफ्तर और दो दिन अवकाश के निर्धारित किए गए। यह व्यवस्था अभी लागू है।
कर्मचारियों पसंद आया फाइव-डे वीक –
राज्य सरकार के कर्मचारियों को फाइव-डे वीक बेहद पसंद आया है। उनका मानना है कि पांच दिन सप्ताह में लगातार काम करने के बाद दो दिन अवकाश के होने के कारण तनाव कम होता है। आराम भी मिल जाता है। इसलिए वे यह व्यवस्था लागू रखे जाने के पक्ष में हैं।
राज्य सरकार के कर्मचारियों को फाइव-डे वीक बेहद पसंद आया है। उनका मानना है कि पांच दिन सप्ताह में लगातार काम करने के बाद दो दिन अवकाश के होने के कारण तनाव कम होता है। आराम भी मिल जाता है। इसलिए वे यह व्यवस्था लागू रखे जाने के पक्ष में हैं।