MUST READ: फायदेमंद वैक्सीन: टीके के बाद भी लोगों को हो रहा कोरोना संक्रमण, लेकिन जान को खतरा नहीं
जानकारी के मुताबिक सोमवार को उन मरीजों को इंजेक्शन नहीं लग पाए, जिनके पास ये दोनों कार्ड नहीं थे। सामाजिक कार्यकर्ता ने सभी जिम्मेदारों समेत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तक को इस बारे में बताया देर शाम एम्स में निःशुल्क इंजेक्शन लगाने की व्यवस्था की गई है।
इसलिए हुई परेशानी
एम्स में भर्ती मरीजों के परिजन पहले सीधे स्टॉकिस्ट से इंजेक्शन खरीदकर लगवा रहे थे। रविवार से बदली व्यवस्था के तहत स्टॉकिस्ट ने मरीजों के परिजनों को इंजेक्शन देना बंद कर दिया। इससे यह परेशानी खड़ी हुई । एम्स ने इससे निपटने 250 इंजेक्शन खरीदे भी है।
डॉ. मनीषा श्रीवास्तव, मेडिकिल सुप्रिटेंडेंट, एम्स का कहना है कि एम्स ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ यह पॉलिसी बनाई है कि सभी मरीजों को एंफोटेरिसिन बी इंजेक्शन फ्री लगाए जा रहे हैं।