पहले चरण में नगर निगम
सबसे पहले नगर निगमों में लागू किया जाएगा। आइटी विभाग ने इसका प्रस्ताव नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा है। इसके तहत पहले बड़े शहरों में एयरपोर्ट, सरकारी स्मार्ट पार्किंग, मल्टीलेवल पार्किंग, रेलवे व बस स्टैंड, शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स सहित अन्य बड़ी पार्किंग में इसे लागू करेंगे। आइटी विभाग के प्रस्ताव के बाद अब नगरीय प्रशासन को एनएचआइ, एमपीआरडीसी व अन्य अफसरों के साथ बैठक बुलानी है।
अभी देश में अभी यहा
फिलहाल देश में दिल्ली में दो मेट्रो स्टेशन और दिल्ली एयरपोर्ट पर इसकी शुरुआत हुई है। इसके अलावा हैदराबाद में फास्टैग पार्किंग हैं। वहीं साउथ के राज्यों में भी इसे लागू किया जा रहा है। देश के अन्य बड़े राज्यों में भी इस पर काम हो रहा है।
ऐसा होगा नया सिस्टम
फास्टैग पार्किंग में हर श्रेणी के वाहन के लिए अलग-अलग चार्ज के हिसाब से शुल्क कटेगा। इसके समय और वाहन के हिसाब से ऑटोमैटिक काउंटिंग के साथ शुल्क कट जाएगा। यदि किसी पार्किंग में ज्यादा समय तक गाड़ी खड़ी रही तो उस समय के हिसाब से शुल्क कटेगा, इसके साथ ही मंथली पास का सिस्टम भी रहेगा, निजी क्षेत्र के लिए भी ये सिस्टम रहेगा। लोग निजी पार्किंग में भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
कॉमन फास्टैग का भी रहेगा ऑप्शन
अभी नेशनल टोल नाकों के लिए जिस प्रकार बैंक फास्टैग बनाकर देते हैं, उसी प्रकार इसके लिए भी होगा। यह सिस्टम भी हो सकता है कि नेशनल टोल नाकों वाले फास्टैग को ही इस प्रकार की पार्किंग में भी लागू कर दिया जाए। इसको लेकर भी नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया से बात होनी है।
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सबसे बड़ा फायदा अवैध वसूली से राहत
फास्टैग पार्किंग से सबसे बड़ा फायदा अवैध वसूली व टैक्स चोरी से छुटकारे का होगा। इससे पार्किंग प्लेस में गाड़ी जाते समय ही नंबर व टैग की एंट्री हो जाएगी। इसके बाद निकासी के समय शुल्क कट जाएगा। इससे बेतरतीब पार्किंग भी कम होगी। मौजूदा स्मार्ट पार्किंग की जगहों पर यह सिस्टम अपग्रेड हो जाएगा।