भोपाल। मिंटो हॉल में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ब्यूरोक्रेट्स पर ली चुटकी।
भोपाल। प्रदेश में तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट के उपचुनाव में प्रचार के लिए अब सिर्फ तीन दिन बचे हैं। 27 अक्टॅूबर को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसलिए चुनाव के अंतिम दौर में भाजपा ने स्टार प्रचारक की सूची वाले सारे दिग्गजों को मैदान में उतार दिया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर पूर्व सीएम उमा भारती तक सारे दिग्गज इन्हीं दिनों मैदान में हैं। भाजपा ने चुनाव प्रचार के अंतिम तीन दिन और उसके बाद की रणनीति बना ली है। इसके तहत चुनाव प्रचार थमने के बाद घर-घर दस्तक दी जाएगी। इतना ही नहीं डेमेज कंट्रोल के लिए अलग टीमें तैनात की है। ————- मोर्चाे की अलग रणनीति- चुनाव में अब मतदान और परिणाम तक की व्यूहरचना करके भाजपा कदम उठा रही है। इसके तहत अजा, जजा, महिला और युवा मोर्चा को चारों सीटों पर जिम्मेदारियां बांटी गई है। इसमें अलग-अलग चरणबद्ध रणनीति के तहत वोटबैंक तक एप्रोच की जा रही है। चुनाव प्रचार थमने के बाद घर-घर सम्पर्क का अभियान चलेगा। इसमें इन चारों मोर्चो को भी जिम्मेदारियां दी गई है। इसमें आदिवासी बेल्ट में अजा-जजा मोर्चा विशेष रूप से सक्रिय किया जाएगा। बाकी मोर्चो को भी जिम्मेदारियां दी गई है। इसके अलावा हर सीट पर तैनात मंत्रियों से भी पूरा फीडबैक लिया है। —————– इधर, शिकायतों की रणनीति- भाजपा संगठन ने पिछले एक हफ्ते में रैगांव और पृथ्वीपुर को लेकर सबसे ज्यादा कसावट की है। इन दोनों ही सीटों के कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ स्थानीय सीट से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक शिकायतों में तेजी लाई गई है। भाजपा लगातार चुनाव कार्यालय पहुंचकर इनकी शिकायत कर रही है। दोनों जगह पार्टी फिलहाल दबाव की रणनीति पर भी काम कर रही है। —————