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नया प्रयोग, पयर्टकों को गांव की मिट्टी का अहसास कराने अब ग्रामीण पर्यटन

locationभोपालPublished: Dec 24, 2019 08:42:18 am

– पर्यटन क्षेत्र के आस-पास के चिङ्क्षहत गांवों में लागू होगी नई व्यवस्था

मप्र राज्य पर्यटन समिति ने वन और पर्यटन विभाग के अधिकारियों से पूछा क्यों नहीं बढ़ रहे हैं पर्याटक

मप्र राज्य पर्यटन समिति ने वन और पर्यटन विभाग के अधिकारियों से पूछा क्यों नहीं बढ़ रहे हैं पर्याटक

भोपाल। प्रदेश में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार नया प्रयोग कर रही है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस किया जा रहा है। प्रयास यही है कि राज्य में आने वाले देसी और विदेशी पर्यटकों को ग्रामीण जन-जीवन और गांव की मिट्टी का अहसास कराया जा सके।
यह सही है कि ग्रामीण परिवेश व संस्कृति को जानने और समझने के लिए पर्यटक लालायित रहते हैं। उनकी इसी चाहत को पूरी करने के लिए ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने का प्लान तैयार किया गया है। जिससे मध्यप्रदेश में आने वाले पर्यटक यहां की कला-संस्कृति, भेषभूषा, रहन-सहन, यहां के उत्पादों हैरिटेज से परिचित हो सकें।
ग्रामीण वातावरण मिलेगा पर्यटकों को –
शहरों में विकास के नाम पर नष्ट होते जंगल और कोलाहल के कारण लोगों का रुझान ग्रामीण क्षेत्रों की ओर बढ़ा है। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी शुद्ध हवा और प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिलता है। इसलिए सरकार ने ग्रामीण पर्यटन पर फोकस किया है। पर्यटन स्थल पर होटल या गेस्ट हाउस के बजाय होम स्टे (घर पर ठहरने की सुविधा) को महत्व दिए जाने की तैयारी है। साथ ही ग्रामीण पर्यटन से ग्रामीण जीवनशैली के बारे में यह भ्रम दूर करने का प्रयास भी होगा कि ग्रामीण जीवन बहुत कठिन है।
पर्यटन क्षेत्र के समीप के गांव होंगे चिहिंत –
योजना के तहत राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों के ग्रामीण क्षेत्रों का चयन किया जाएगा। सबसे पहली प्राथमिकता इन गांवों में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने की होगी। यहां के ग्रामीणों, युवाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा इसमें उन्हें पर्यटकों के स्वागत और बातचीत के तौर तरीके सिखाना प्रमुख होंगे। इसके लिए किसी बड़े समूह की मदद भी ली जा सकती है।
पर्यटन बढऩे के साथ रोजगार भी मिलेगा –
ज्यादातर ग्रामीणों के पास आय का साधन कृषि ही है। इनके क्षेत्र सीधे तौर पर पर्यटन से जुड़ जाएंगे तो इन्हें रोजगार मिलेगा। इनकी आय बढ़ेगी। इसके लिए सरकारी प्रयास भी शामिल होंगे। इसमें सबसे प्रमुख इन चयनित ग्रामीणों क्षेत्रों को परिवहन से जोडऩा है। स्थानीय रेलवे स्टेशन या फिर अन्य पहुंच या राजमार्ग को दुरुस्त किया जाएगा। गांवों में बुनियादी सुविधाएं जुटाई जाएंगी, जिससे पर्यटकों को असुविधा न हो।
यह प्रयास भी होंगे –
– पर्यटकों को पर्यटन क्षेत्र के साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों और वहां सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी।

– पर्यटकों को यह बताया जाएगा कि यहां के क्षेत्रीय व्यंजन और स्थानीय दर्शनीय स्थल कहां और कितनी दूरी पर हैं।
– आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रीय बोली बोलते हैं, प्रयास होगा कि वे अन्य भाषा भी बोल और समझ सकें।
– क्षेत्र के कृषि उत्पाद, हस्तशिल्प, प्राकृतिक वस्तुएं, वस्त्र उत्पाद को नया बाजार भी मिलेगा।

मंत्री बोले –


राज्य सरकार का प्रयास है कि मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक पर्यटक आएं। ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना इसी की कड़ी। पयर्टकों को नया माहौल, अनुभव मिलेगा, पर्यटन भी बढ़ेगा। ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा।
– सुरेन्द्र सिंह बघेल, पर्यटन मंत्री

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