scriptअब पुलिस संभालेगी सिग्नल की कमान, तालमेल की कमी से होती है परेशानी | Now the police will take over the command of the traffic signal | Patrika News

अब पुलिस संभालेगी सिग्नल की कमान, तालमेल की कमी से होती है परेशानी

locationभोपालPublished: Feb 25, 2020 01:30:17 am

Submitted by:

Sumeet Pandey

शहर के बदहाल ट्रैफिक को पटरी पर लाने के लिए कलेक्टर ने दिए निर्देश

अब पुलिस संभालेगी सिग्नल की कमान, तालमेल की कमी से होती है परेशानी

अब पुलिस संभालेगी सिग्नल की कमान, तालमेल की कमी से होती है परेशानी

भोपाल. शहर विस्तार के साथ ट्रैफिक की समस्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। इस व्यवस्था सुधारने और चौराहों पर लगे सिग्नल के रखरखाव की जिम्मेदारी अब ट्रैफिक पुलिस को दी जा रही है। अभी इस काम की जिम्मेदारी नगर निगम की तरफ से चार एजेंसी को दी गई है, लेकिन इनमें आपस में तालमेल के अभाव के कारण अकसर खराब सिग्नल समय पर ठीक नहीं हो पाते। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि शहर में रोजाना कई जगहों और चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल खराब होने की जानकारी मिलती है, जनता को जाम में फंसना पड़ता है ऐसे में सिग्नल के काम को अलग-अलग एजेंसियों से हटाकर ट्रैफिक पुलिस को देंगे। इस संबंध में उच्च अधिकारियों से चर्चा की जा चुकी है। वर्तमान में शहर में 61 चौराहे और तिराहे पर सिग्नल लगे हैं। लेकिन जरा सी बरसात और मेंटेनेंस के अभाव में रोजाना कहीं न कहीं सिग्नल खराब रहते हैं। 20 से 30 फीसदी सिग्नल हमेशा खराब स्थिति में रहते हैं।
64 सिग्नल अभी और बढऩ़े हैं शहर में
ट्रैफिक पुलिस के प्रस्ताव में शहर में नए विकसित चौराहे और तिराहों पर 64 नए सिग्नल लगाए जाने हैं। रिपोर्ट में इतने सिग्नलों की जरूरत आगामी छह माह के अंदर पडऩे लगेगी, क्योंकि शहर में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इनके लगने के बाद शहर में 125 सिग्नल हो जाएंगे। चार एजेंसियां मिलकर अभी 61 सिग्नल का रखरखाव नहीं कर पा रहीं वे 125 का कैसे करेंगी। ऐसे में टै्रफिक पुलिस ही इसकी जिम्मेदारी संभालेगी।
135 करोड़ से बड़े तालाब पर बनेगा ब्रिज
शहर के ट्रैफिक को दुरुस्त करने के लिए शहर में बड़ा तालाब पर एक बड़े पुल की जरूरत महसूस हो रही है। इस संबंध में कलेक्टर तरुण पिथोडे ने नवंबर माह में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को बैरागढ़ से साईं स्पोट्र्स अकादमी तक एक बड़े पुल की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर ने बताया कि शासन स्तर पर इस पुल के संबंध में मौखिक स्वीकृति मिल गई है। इसमें 135 करोड़ का खर्चा आने की संभावना पीडब्ल्यूडी विभाग ने जताई है। इस पुल को बैरागढ़ को पार करते हुए भैंसाखेड़ी के पास उतारा जाएगा। भविष्य में इस पुल के बनने से एक तो ट्रैफिक स्मूद होगा साथ ही तालाब कैचमेंट में कब्जेधारियों की निगरानी होगी। वे इसके लिए एक प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजेंगे।
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