scriptनरोत्तम और विश्वास ने बैजनाथ को दिया सौ करोड़ व मंत्री पद का ऑफर: दिग्विजय | Np Prajapati now speaker | Patrika News

नरोत्तम और विश्वास ने बैजनाथ को दिया सौ करोड़ व मंत्री पद का ऑफर: दिग्विजय

locationभोपालPublished: Jan 09, 2019 02:24:20 am

Submitted by:

Pushpam Kumar

विधानसभा : एनपी प्रजापति बने स्पीकर, सरकार ने 120 मतों के साथ दिखाई बहुमत की ताकत

assembly

assembly

भोपाल. विपक्ष के हंगामे और बहिर्गमन के बीच सत्तापक्ष कांग्रेस के एनपी प्रजापति मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष चुन लिए गए। इसके बहाने कांग्रेस सरकार ने जादुई आंकड़े 116 को पार कर 120 मतों के साथ सदन में अपनी ताकत दिखा दी। प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने स्पीकर पद के लिए प्रजापति के नाम के चार प्रस्ताव पढ़े। विपक्ष ने यह कहकर हंगामा किया कि उनकी ओर से दिए विजय शाह के प्रस्ताव को जानबूझकर नहीं पढ़ा गया। आसंदी ने इसे नजरअंदाज कर दिया। विरोध में भाजपा सदस्यों ने बहिर्गमन किया। बाद में राजभवन तक मार्च किया। विपक्ष की अनुपस्थिति में बसपा के संजय कुशवाह की मांग पर प्रजापति के नाम को लेकर मत विभाजन कराया गया। सत्ता पक्ष का तर्क है कि पूरी प्रक्रिया नियमों के तहत हुई। तीन दिन से हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगा रहे दिग्विजय सिंह
ने विधानसभा परिसर में भाजपा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए।

ढाबे पर ले जाकर भाजपा नेताओं से कराई थी मुलाकात
वि धानसभा परिसर में दिग्विजय ने मीडिया से खुलासा किया कि कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाहा को सौ करोड़ और मंत्री पद का ऑफर दिया गया। मैहर के भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी उन्हें ढाबे पर लेकर गए, जहां नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग से मुलाकात कराई। दोनों ने बैजनाथ से कहा कि 100 करोड़ लो, चार्टेड प्लेन में बैठो और चलो हमारे साथ। सरकार गिराओ व मंत्री बन जाओ। दिग्विजय ने दावा किया कि कुछ और कांग्रेस विधायकों को भी खरीदने की कोशिश की गई।


इन कांग्रेस विधायकों का भी आरोप- भाजपा ने हमें भी की थी खरीदने की कोशिश
सबलगढ़ से विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने कहा कि इन्होंने मुझे लालच दिया था और कहा था कि ईमानदारी में क्या रखा है। मैंने उनसे कहा कि मुझे गरीबी मंजूर है, किंतु ईमान नहीं बेचंूगा।


मनावर से आदिवासी विधायक हीरा अलावा ने कहा कि भाजपा नेताओं ने मुझसे सरकार गिराने के लिए मंत्री बनाने का वादा किया था। लेकिन मैंने इनकार कर दिया। मैं पार्टी के साथ हंू।


निवास से आदिवासी विधायक डॉ. अशोक मर्सकोले का कहना है कि भाजपा से उनके पास भी ऑफर आया था। मैने उनसे कहा था कि पार्टी के साथ गद्दारी नहीं कर सकता।


धरमपुरी से आदिवासी विधायक पांचीलाल मेढ़ा ने दावा किया कि भाजपा ने मुझसे भी संपर्क किया था। मैंने कहा कि कांग्रेस मेरी मां है और मैं मां के साथ कभी दगा नहीं कर सकता।


भाजपा ने आरोपों को बताया निराधार
भाजपा सरकार में ताकतवर मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा ने इन आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा, दिग्विजय बेवजह के आरोप लगा रहे हैं। हम पहले ही साफ कर चुके हैं कि खरीद-फरोख्त हमारी परंपरा नहीं है। न ही ऐसी कोशिश की गई। शिवराज और राकेश सिंह पहले ही इनकार कर चुके हैं।

गहमा-गहमी तेज रही
भाजपा सुबह विजय शाह का नाम वापस लेना चाहती थी, पर बात नहीं बनी। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की पहले फोन पर चर्चा हुई। फिर वे कमलनाथ, दिग्विजय और संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह के साथ प्रोटेम स्पीकर के कक्ष में मिले। नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कमलनाथ से आग्रह किया कि वे परंपरा का हवाला देते हुए सदन में कहें कि अध्यक्ष पद के लिए दिया प्रस्ताव विपक्ष वापस ले, लेकिन मुख्यमंत्री सहमत नहीं हुए और चर्चा विफल हो गई। सूत्रों के अनुसार मत विभाजन के बाद अब कांग्रेस उपाध्यक्ष पद पर भी दावा करेगी।

भाजपा का आचरण और बहिर्गमन लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध रहा। हम चाहते हंै कि सदन का कीमती समय जनहित के मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा में गुजरे। जनता की नजर हम पर है।
कमलनाथ, मुख्यमंत्री

पहले ही दिन कांग्रेस ने सदन में लोकतंत्र की हत्या कर दी। असंवैधानिक तरीके से अध्यक्ष का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।
शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो