डस्टबिन नहीं होने के कारण लोग घरों से निकलने वाले कचरे को नाले में डाल देते हैं, जिसके कारण यह नाला गंदगी और कचरे से पट गया है। इससे उठने वाली बदबू के कारण लोगों को घरों मेंं रहना मुश्किल हो रहा है। रहवासी मुन्नालाल, बब्लू, अन्नू, रूपसिंह, विनोद, रामरती, राममूर्ति, रामकुंवर, घस्सी, पूजा आदि की माने तो कचरा नहीं उठने के कारण घरों के सामने गंदगी फैली रहती है, इससे लोगोंं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सडक़ पर फैलता है पानी
रहवासियों के मुताबिक इस बस्ती में सीवेज लाइन नहीं होने के कारण घरों से निकलने वाला पानी बहकर सडक़ पर फैलता रहता है। इससे कीचड़ फैलने से परेशानी होती है।
टूटी पड़ी है पुलिया
50 क्ववार्टर से शंकर मंदिर की ओर आने के लिए नाले पर बनाई गई लोहे की पुल टूट चुकी है, जिससे यहां से निकलने वाले लोगों को हादसे का डर बना रहता है। इसमें कई लोग गिरकर घायल तक हो चुके हैं। रात के अंधेरे में यहां से निकलना खतरनाक है।
मैने इस नाले की खुद खड़े होकर सफाई करवाई थी। डस्टबिन रखना बंद हो गई है, घर-घर सफाई कर्मी गाड़ी लेकर कचरा उठाने पहुंचते हैं। यही कारण है कि हमारा वार्ड सफाई में नंबर एक आया है। हम खुद वार्ड के हर मोहल्ले का जाकर निरीक्षण करते हैं।
दयावती सरदार कैथोरिया, पार्षद वार्ड क्र. 63