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अकेले पांच मंजिल से नीचे लाना पड़ा
यही नहीं पति की मौत की जानकारी तक नहीं दी और शव को लाने को कोई भी तैयार तक नहीं हुआ। ऐसे में नर्स को खुद शव को पांच मंजिल से नीचे लाना पड़ा। यह कहानी है हमीदिया अस्पताल की नर्स प्रीति गनवीर की, जिसका वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा।
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सबसे कुशल नर्सों में एक
हमीदिया अस्पताल के कार्डियक डिपार्टमेंट यानी सीटीवीएस में पदस्थ नर्स प्रीति गनवीर की गिनती अस्पताल की सबसे कुशल नर्सों में होती है। प्रीति को इसी अस्पताल प्रबंधन की बेरुखी का सामना करना पड़ा। लंबे समय तक कोविड में ड्यूटी करने से संक्रमण उनके घर तक पहुंच गया और पति को घेर लिया। वे कहती हैं कि पति को अपने अस्पताल में भर्ती करना उनकी सबसे बड़ी भूल है।
मौत के बाद भी नहीं दी जानकारी
प्रीति बताती हैं कि भर्ती कराने के तीन दिन बाद तक पति से कोई बात नहीं हो पाई। गार्ड ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया और वार्ड में किसी ने कॉल अटेंड नहीं किया। मेरी एक दोस्त की ड्यूटी उस वार्ड में लगी तो उसने बताया कि मेरे पति की मौत सुबह ही हो गई। मैं बमुश्किल दिन में वार्ड में पहुंची तो पहले गार्ड ने रोक दिया।
लड़झगड़ कर मैं ऊपर पहुंची तो देखा कि करीब छह घंटे से उनकी बॉडी अलग रखी हुई थी और पेपर कम्पलीट नहीं किए गए थे। औपचारिकताएं पूर मैंने वार्ड ब्वॉय से कहा कि बॉडी नीचे तक भेज दें तो उन्होंने भी मना कर दिया। आखिरकार मैं पति के शव को स्ट्रेचर पर रखकर पांच मंजिल तक लेकर आई।