भोपाल जिले के ही एक सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक अगस्त को एक महिला डिलीवरी के लिये भर्ती हुई थी। प्रसूता को लेबर रूम में ले जाया गया और जैसे ही डिलेवरी के लिये दो नर्स पहुंची एक ने मोबाइल निकालकर वीडियो बनाना शुरु कर दिया। महिला का आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्र की नर्स ने मना करने के बावजूद भी वीडियो बनाया। दूसरी चौकाने वाली बात यह थी कि डिलीवरी के वक़्त कोई डॉक्टर मौजूद नहीं थी यानी कि डिलीवरी दोनों नर्स ही करा रही थी। महिला ने आरोप लगाया कि दोनों नर्स डिलीवरी के दौरान लड़ती रही और आपस में अपशब्द बोलती रहीं। महिला ने दोनों से अच्छी तरह से डिलीवरी कराने की गुहार भी लगाई।
अब महिला ने अपने पति के साथ थाने में शिकायती आवेदन दिया है, हालांकि एक अगस्त को शिकायत होने के बाद अभी तक कार्यवाही नहीं हुई है। महिला ने थाने के बाद जिला कलेक्टर से भी शिकायत की है। अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि नर्स से इस मामले में पूछताछ की गई है उसने एसे किसी वीडियो को बनाने से इनकार किया है। महिलाओं की निजता के इस मामले में जिला पुलिस ने एक सप्ताह बीत जाने के बाद अभी भी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। अब इस मामले में पीड़ितो की उम्मीद जिला प्रशासन से ही है, अब देखना होगा कि पुलिस की तरह प्रशासन की ओर से भी ठील बरती जाती है या फिर कार्रवाई होती है।