सोमवार को प्रदेश भर से एकत्र हुए ओबीसी चयनित शिक्षकों ने जल्द से जल्द नियुक्ति पत्र देने की मांग की। इन चयनित शिक्षकों ने लोक शिक्षण संचालनालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। कई शिक्षक थाली और कटोरी लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इन शिक्षकों ने कहा है कि जब 11 विषयों में 27 फीसदी आरक्षण के हिसाब से नियुक्ति दे दी है तो पांच विषयों में क्यों 14 फीसदी ओबीसी आरक्षण दिया गया है। शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार समेत पिछड़ा वर्ग के मंत्रियों के बंगले पर भी चयनित शिक्षक लगातार आवेदन दे रहे हैं, लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं दिया जा रहा है।
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रोते-रोते बताई परेशानी
साढ़े तीन साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे इन चयनित शिक्षकों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। यह शिक्षक अवसाद में अपना जीवन गुजार रहे हैं। सोमवार को भोपाल आए एक शिक्षक ने रोते-रोते अपनी समस्या बताई। उनका कहना है कि तीन वर्षों से हर व्यक्ति हमें पूछ रहा है। बच्चे हमसे पूछते हैं कि पापा आपकी नौकरी का क्या हुआ, तो हम कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं। हम आर्थिक तंगी की स्थिति से गुजर रहे हैं। सरकार हमें और कितना रुलाएगी। कई बार तो ऐसा लगता है कि आत्महत्या ही कर लें।
अक्टूबर में हजारों शिक्षकों को नियुक्ति देने के बाद वेटिंग लिस्ट वालों को भी पिछले सप्ताह नियुक्ति आदेश जारी कर दिए गए। अब प्रदेश में ऐसे चयनित शिक्षक बच गए हैं, जिन्हें होल्ड पर रखा गया है। होल्ड पर रखने का कारण यह है कि इन्हें 14 फीसदी के हिसाब से ओबीसी आरक्षण दिया गया, जबकि 27 फीसदी आरक्षण देने पर फैसला हो चुका है। खासकर 11 विषयों में 27 फीसदी आरक्षण देने के बावजूद 6 विषयों में मात्र 14 फीसदी ही आरक्षण दिया गया है।
दो हजार से अधिक चयनित शिक्षक परेशान
चयनित शिक्षकों की मांग है कि उन्हें सभी विषयों में 27 फीसदी आरक्षण का लाभ दिया जाए। अभी तक उन्हें सिर्फ 14 फीसदी ही आरक्षण दिया गया है। ओबीसी चयनित शिक्षक संघ के अनुसार 16 मार्च को स्कूल शिक्षा विभाग ने जो आदेश जारी किया, जिसमें किसी भी विषय में ओबीसी उम्मीदवारों को नियुक्ति नदीं दी है। प्रदेश में पांच विषयों में 600 अभ्यर्थी होल्ड कैटेगरी में आ गए हैं और 11 विषयों में 1400 अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित हैं। प्रदेस में कुल दो हजार चयनित शिक्षक हैं जिन्हें अब तक नियुक्ति-पत्र रुका हुआ है।
एक नजर
मप्र शिक्षक भर्ती-2018 को वर्ग-1 स्कूल शिक्षा विभाग में 17 हजार पद और जनजातीय कार्य विभाग में दो हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था। इसमें 15 हजार पदों पर 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के आधार पर चयन प्रक्रिया हुई। अक्टूबर 2021 को सभी विषयों के कुल 8292 अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र दिए गए, इनमें 11 विषयों में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, लेकिन पांच विषय में ओबीसी को 14 प्रतिशत ही आरक्षण दिया गया। पांच विषयों के 13 प्रतिशत पद होल्ड पर हैं और नियुक्ति पत्र अब तक नहीं मिले हैं।