फल-फूल व सब्जी बेचने वाले किसानों को निशातपुरा फाटक की ओर खुले शेड के नीचे सामान रखकर बेचने की परमिशन किसानों को हाल में मिली थी। इस जगह पर कई व्यापारियों की नजर है। इनमें वे कारोबारी हैं जो फुटकर सामान बेच रहे हैं। किसान सुबह आते हैं और १२ बजे तक अपना सामान बेच कर चले जाते हैं इसी का फायदा लोग उठा रहे हैं। हालात ये बने हैं कि कई लोगों ने तो यहां शेड बनाने तक शुरू कर दिए हैं।
तो फिर फुटपाथ पर आ जाएंगे किसान इससे पहले किसानों के लिए शेड में जगह नहीं थी। इसे देखते हुए हाल में मंडी सचिव ने अस्थाई रूप से इन्हें जगह दे दी है। किसानों की पहचान के लिए उनकी बही की जांच अभी की जाना है। ये प्रक्रिया है। इस बीच कई दूसरे विक्रेता ये जगह हथियाने में लगे हैं। ऐसे में एक बार फिर किसान फुटपाथ पर नजर आएंगे।
संगठनों ने की शिकायत
इस गड़बडी को लेकर मंडी के अन्य व्यापारियों ने मंडी सचिव को शिकायत की है। किसानों को खुले क्षेत्र में दी गई टेम्प्ररी बिक्री की जगह से हमारा विरोध नहीं है, लेकिन उनकी आड़ में दूसरे कई लोग वहां स्थाई कब्जा कर रहे हैं।
इस गड़बडी को लेकर मंडी के अन्य व्यापारियों ने मंडी सचिव को शिकायत की है। किसानों को खुले क्षेत्र में दी गई टेम्प्ररी बिक्री की जगह से हमारा विरोध नहीं है, लेकिन उनकी आड़ में दूसरे कई लोग वहां स्थाई कब्जा कर रहे हैं।
इनका कहना – पुरानी नव बहार सब्जी मंडी में सब्जी फल-फूल बेचने वाले किसानों को क रोद मंडी में बैरसिया रोड साइड निशुल्क बैठने की जगह दी गई। किसानों की आड़ में कई विक्रेता भी यहां बड़ी संख्या में जम गए। इसकी शिकायत हुई है।
विष्णु राजपूत, कारोबारी, करोद मंडी – किसानों को यहां जगह देने से पहले उनकी जमीन की बही से रेकार्ड चेक करना चाहिए, जो कि नहीं किया गया है, इसका फायदा लोग उठा रहे हैं। इससे किसानों का हक मारा जाएगा, साथ ही उनकी जगह पर दूसरे कब्जा जमा लेंगे।
राजेन्द्र सैनी, कारोबारी, करोद मंडी -हाल ही में नवबहार सब्जी मंडी में जो किसान अपनी उपज बेचने सुबह-सुबह आते हंै, उन्हें अस्थाई जगह दी गई है। दी गई जगह पर जितने भी फल-फूल-सब्जी बेचने के लिए किसान आ रहे हंै, उनकी बही चेक की जाएगी। वहां पक्के निर्माण की परमिशन नहीं दी गई है।
-विनय पटैरिया, सचिव,करोद मंडी