ऐसे समझें पूरा मामला…
दरअसल बैठक में उस समय अजीब स्थिति बन गई, जब कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने एक अधिकारी को जमकर फटकारा। हुआ यूं कि कलेक्टर विभागवार अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे, तभी उनकी नजर सीपीए के अधिकारी पर पड़ी, जो इत्मिनान से नींद ले रहे थे।
ये देख कलेक्टर नाराज हो गए। बताया जा रहा है कि टीएल बैठक के दौरान एक अधिकारी कुर्सी पर सुकून की नींद सो रहे थे, पास बैठे अन्य अधिकारी ने जगाने की कोशिश की, पर वे नहीं उठे।
ये देख कलेक्टर ने तेज आवाज में अधिकारी से कहा कि आप मीटिंग में सो रहे हैं… तब साहब की नींद टूटी। सफाई में कुछ बोलते इससे पहले कलेक्टर ने अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद वे सभी अफसर सजग हो गए, जो बैठक में ऊंघ रहे थे।
इसी बीच एक अन्य विभाग का कर्मचारी टीएल बैठक में पहुंचा। कलेक्टर ने उससे बैठक में आने का कारण पूछा तो बताया कि रिपोर्ट लेकर आया है। इस पर कलेक्टर ने पहले तो कर्मचारी को जमकर लताड़ा, फिर कार्यालय में रिपोर्ट देने को कहा।
स्कूलों के आसपास न बिकें तंबाकू उत्पाद
बैठक में कलेक्टर ने स्कूलों के आसपास दुकानों पर तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर सख्ती से प्रतिबंध लगाने एवं कार्रवाई करने के निर्देश सीएमएचओ को दिए। कलेक्टर ने कहा कि कई दिनों से जानकारी मिल रही है कि राजधानी के अधिकतर स्कूलों के आसपास धड़ल्ले से तंबाकू उत्पाद बेचे जा रहे हैं।
कलेक्टोरेट को आईएसओ प्रमाण-पत्र दिलाने की कवायद के बीच कलेक्टर ने औचक निरीक्षण किया। कर्मचारियों की टेबलों के पास गंदगी मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। कलेक्टर ने कहा कि 15 दिन में दस्तावेज सही से रखने के साथ सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई तो कर्मचारी पर 50 तो प्रभारी पर सौ रुपए जुर्माना लगाएंगे।