इस बात का खुलासा नवराज जोशी को पालीवाल अस्पताल ले गई एंबुलेंस के पेशेंट केयर रिपोर्ट (पीसीआर) से हुआ है। इस रिपोर्ट में साफ लिखा है सीएल सर ने ही पालीवाल अस्पताल लेजाने की बात कही है। गौरतलब है कि बीते माह हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरते समय नेपाली पर्यटक नवराज जोशी का पैर फिसल गया और वे टे्रन की चपेट में आ गए। घटना में उनका हाथ कट गया।
इसके बाद 108 एंबुलेंस घायल को हमीदिया अस्पताल ले गए। वहां इलाज ना मिलने पर घायल को 12 किमी दूर पालीवाल अस्पताल ले गए थे। यह इस बात का प्रमाण है कि अधिकारी कमिशन के फेर में मरीजों को निजी अस्पताल भेज रहे हैं। इस मामले में जब सीएल गौरव साहू से बात करनी चाही तो एनसे बात नहीं हो पाई।
रायसेन रोड से एलबीएस में कराया भर्ती
भले ही जिकित्जा के अधिकारी इस बात से इंकार करे कि उनका कोई कर्मचारी इस तरह के कार्य नहीं कर सकता। हालांकि हर रोज यह एंबुलेंस मरीजों को निजी अस्पताल ले जा रही है। बुधवार को भी आनंद नगर लोकेशन की 108 एंबुलेंस ने मरीज को एलबीएस में भर्ती कराया।
मानव अधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
मामले की गंभीरता को देखते हुए मानव अधिकार आयोग में भी संज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष माननीय न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने इस मामले में संज्ञान लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल एवं प्रभारी 108 एम्बुलेंस भोपाल के प्रभारी अधिकारी से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।
घायल को हमीदिया अस्पताल से पालीवाल अस्पताल ले जाना मेरे लिए भी शॉकिंग है। मैं भी इस बात की जांच कर रहा हूं कि मरीज को वहां क्यों ले जाया गया।
– फैजान खान, ऑपरेशनल मैनेजर, जिकित्जा हेल्थ केयर