भोपाल की संक्रमण दर भी पिछले कई दिनों से खासी बढ़ी हुई है। ऐसे में यहां भी ओमीक्रॉन के सब वैरिएंट के फैलने का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देते हुए अभी से सख्ती बढ़ा देनी चाहिए लेकिन यहां पिछले कई दिनों से स्थिति ये हो रही है कि लोग मास्क भी नहीं लगा रहे। बाजारों से टीमें गायब हो चुकी हैं।
सख्ती के नाम पर मास्क की चालानी रिपोर्ट रोजाना पेश की दी जाती है। इस समय भोपाल में सौ के लगभग माइक्रो कंटेनमेंट बन चुके हैं जिसमें 12 हजार 534 मरीज होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। कंटेनमेंट में सख्ती न होने से बिना लक्षणों वाले मरीज भी बाहर घूम रहे हैं। जिससे संक्रमण और फैल रहा है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने अब रात ग्यारह बजे तक कोरोना जांच कराने की सुविधा दे दी है। लेकिन ये कौन तय करेगा कि सैंपल देकर जा रहा व्यक्ति रिपोर्ट आने तक घर में ही क्वारेंटाइन रहेगा।
मरीजों को पड़ रही है दवा की जरूरत
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को अब दवा की जरूरत पडऩे लगी है लेकिन उनकी संख्या इतनी है कि चंद टीमें उनको दवा उपलब्ध नहीं करा पा रहीं। ऐसे में अब कई मरीज जो पहले फोन नहीं उठाते थे, वह पलटकर फोन करने लगे हैं। हालांकि, टीमों की कमी के चलते दवा नहीं पहुंच पा रही। डॉक्टरों ने अपील की है कि मरीज होम आइसोलेशन में ही रहें, बाहर घूमने से उनको परेशानी बढ़ सकती है, यह दूसरों के लिए भी खतरनाक है।
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को अब दवा की जरूरत पडऩे लगी है लेकिन उनकी संख्या इतनी है कि चंद टीमें उनको दवा उपलब्ध नहीं करा पा रहीं। ऐसे में अब कई मरीज जो पहले फोन नहीं उठाते थे, वह पलटकर फोन करने लगे हैं। हालांकि, टीमों की कमी के चलते दवा नहीं पहुंच पा रही। डॉक्टरों ने अपील की है कि मरीज होम आइसोलेशन में ही रहें, बाहर घूमने से उनको परेशानी बढ़ सकती है, यह दूसरों के लिए भी खतरनाक है।
भोपाल में ऐसे आ रहे हैं केस
तारीख सैंपल पॉजिटिव
23 जनवरी 7831 2128
22 जनवरी 6662 1910
21 जनवरी 8291 2107
20 जनवरी 5650 1991
19 जनवरी 7290 1710 नए सब वैरिएंट को लेकर चिंता जताई जा रही है। अब सख्ती बढ़ाई जाएगी। बाजारों और भीड-भाड़ वाले स्थानों पर टीमें फिर से लगाई जाएंगी। इंदौर में ये वैरिएंट होने से थोड़ी चिंता ज्यादा है।
- अविनाश लवानिया, कलेक्टर
तारीख सैंपल पॉजिटिव
23 जनवरी 7831 2128
22 जनवरी 6662 1910
21 जनवरी 8291 2107
20 जनवरी 5650 1991
19 जनवरी 7290 1710 नए सब वैरिएंट को लेकर चिंता जताई जा रही है। अब सख्ती बढ़ाई जाएगी। बाजारों और भीड-भाड़ वाले स्थानों पर टीमें फिर से लगाई जाएंगी। इंदौर में ये वैरिएंट होने से थोड़ी चिंता ज्यादा है।
- अविनाश लवानिया, कलेक्टर