जानकारी के अनुसार लोकमान्य तिलक टर्मिनस से बनारस को जाने वाली कामायनी एक्सप्रेस को शनिवार की रात इटारसी स्टेशन पर थू्र सिग्नल दे दिया गया। इससे प्लेटफ ार्म पर इंतजार कर रहे यात्रियों और स्टेशन प्रबंधन में हड़कंप मच गया। यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरू कर दिया। ट्रेन को पीछे लाया गया। इसके बाद यात्री चढ़ और उतर सके। इससे पीछे आ रही ट्रेनों का शेडयूल भी बिगड़ गया।
बता दें इटारसी बी केबिन से ट्रेन की पुटअप होती है। इसके बाद कौन सी ट्रेन किस प्लेटफ ार्म पर रोकी जाएगी और किसे थ्रू निकाला जाएगा। यह फ ीडिंग की जाती है। शनिवार की रात ट्रेन नंबर 12171 एलटीटी- हरिद्वार एक्सप्रेस को थ्रू (बिना रोके) चलाना था।
इसकी बजाय कर्मचारी ने गफ लत में ट्रेन नंबर 11071 एलटीटी बनारस कामायनी एक्सप्रेस को रात 12.30 बजे थ्रू कर दिया। रेलवे सूत्रों की यदि मानें तो भोपाल डिवीजन के सीनियर डीओएम के ट्रेन समय पर चलाने के दबाव के चलते रनिंग और ऑपरेटिंग के कर्मचारी मानसिक तौर पर दबाव में रहते हैं। इस दबाव और तनाव का असर कर्मचारियों के काम पर दिखाई देता है।
ऐसे लेट हो गई ट्रेन:
रेलकर्मियों ने शनिवार की रात कामायनी एक्सप्रेस को इटारसी स्टेशन पर बिना रोके ही थू्र सिग्नल दे दिया जिसके चलते ट्रेन स्टेशन पर बिना रुके ही आगे निकाल गई। जबकि इसके लिए कई यात्री स्टेशन पर इंतजार कर रहे थे। जिनके पास रिजर्वेशन भी था। ट्रेन के स्टेशन पर बिना रुके आगे निकल जाने से यात्री बौखला से गए। वहीं रेलवे कर्मचारियों को भले ही इस बारे में याद न रहा हो लेकिन गनीमत यह रही की करीब डेढ़ किलोमीटर आगे निकलने के बाद ड्राइवर को गलती का अहसास हुआ। जिसके बाद वह ट्रेन को वापस स्टेशन पर लाया और यात्रियों को बुलाकर बैठाया गया। इस पूरी प्रक्रिया में यह ट्रेन लगभग एक घंटे से अधिक देरी से रवाना हो सकी।
ट्रेन के स्टेशन पर बिना रूके आगे बढ़ जाने से प्लेटफॉर्म पर इंतजार कर रहे यात्रियों और स्टेशन प्रबंधन में हड़कंप मच गया। वहीं यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरू कर दिया था।
रेलकर्मियों ने शनिवार की रात कामायनी एक्सप्रेस को इटारसी स्टेशन पर बिना रोके ही थू्र सिग्नल दे दिया जिसके चलते ट्रेन स्टेशन पर बिना रुके ही आगे निकाल गई। जबकि इसके लिए कई यात्री स्टेशन पर इंतजार कर रहे थे। जिनके पास रिजर्वेशन भी था। ट्रेन के स्टेशन पर बिना रुके आगे निकल जाने से यात्री बौखला से गए। वहीं रेलवे कर्मचारियों को भले ही इस बारे में याद न रहा हो लेकिन गनीमत यह रही की करीब डेढ़ किलोमीटर आगे निकलने के बाद ड्राइवर को गलती का अहसास हुआ। जिसके बाद वह ट्रेन को वापस स्टेशन पर लाया और यात्रियों को बुलाकर बैठाया गया। इस पूरी प्रक्रिया में यह ट्रेन लगभग एक घंटे से अधिक देरी से रवाना हो सकी।
ट्रेन के स्टेशन पर बिना रूके आगे बढ़ जाने से प्लेटफॉर्म पर इंतजार कर रहे यात्रियों और स्टेशन प्रबंधन में हड़कंप मच गया। वहीं यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा शुरू कर दिया था।