साइबर पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट 66डी के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने एक एंड्रॉइड मोबाइल हैंडसेट, सिम कार्ड और छह लाख रुपये नकद भी जब्त किए हैं।
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फ्लूएंट अंग्रेजी बोलता है आरोपी
पुलिस अधीक्षक साइबर वैभव श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश के 21 वर्षीय अनिमेष दास जयपुर से वाणिज्य में स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं। वह स्कूल स्तर तक कॉन्वेंट का छात्र है इसलिए उसे अंग्रेजी बोलने में निपुणता है। यह कॉमर्स ग्रेजुएट अंग्रेजी में अपने प्रवाह से युवाओं को लुभाता था।
एमबीए छात्रा ने दर्ज कराई शिकायत
एसपी के मुताबिक शिकायतकर्ता 22 साल की छात्रा है और वह भोपाल में एमबीए कर रही है। अनिमेष दास को साइबर फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार किया गया है। वह युवाओं को "बिटकॉइन" कंपनी में निवेश करने पर छह दिनों में पैसा दोगुना करने का लालच देता था। शिकायतकर्ता ने नौ किश्तों में छह लाख रुपये का निवेश किया.
एसपी श्रीवास्तव ने आगे कहा, आरोपी निवेशकों को गैर केवाईसी अनुपालन बैंक खातों में पैसा जमा करने के लिए कहता था और सेकंड के भीतर ही वह पैसे निकाल लेता था, जहां तक मोडस ऑपरेंडी का सवाल है, आरोपी अपनी फर्जी कंपनी द प्रॉफिट मार्क 01 चलाने के लिए डार्क-वेब (टोर ब्राउजर) के जरिए फर्जी इंस्टाग्राम पेज खरीदता था। आरोपियों ने इस फर्जी इंस्टाग्राम पेज पर युवाओं को लुभाने के लिए अपनी फर्जी कंपनी का विवरण दिया और गैर-केवाईसी अनुपालन बैंक खातों के माध्यम से लेनदेन किया।