कोहेफिजा थाना प्रभारी अनिल वाजपेयी ने बताया कि 2 मार्च को हज हाउस के पास निवासी 25 वर्षीय दिलीप केवट की मौत की सूचना हमीदिया अस्पताल से मिली थी। दिलीप श्रमिक था, वह अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में रहता था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि घटना के दिन दिलीप का दोस्त राहुल पत्नी के साथ उसके घर खाना खाने आया था।
इसी बीच राहुल के भाई रवि ने दिलीप को फोन कर भइया-भाभी के बारे में पूछा। दिलीप ने अपने घर में राहुल और उसकी पत्नी के होने से इनकार कर दिया। इस दौरान रवि ने 10 से अधिक बार दिलीप को फोन लगाया।
फोन पर बातचीत के दौरान ही दोनों के बीच विवाद हो गया। इस पर राहुल दिलीप को बाइक पर बैठाकर भाई रवि से मिलने दाता कॉलोनी पानी टंकी के पास पहुंचा। फोन पर हुए गाली-गालौच से गुस्साए दिलीप ने रवि को पास पड़े डंडे से मार दिया।
इसी बीच रवि का दोस्त पप्पू उर्फ मुन्ना भी मौके पर पहुंच गया और रवि, राहुल व मुन्ना ने दिलीप को घेरकर उस पर डंडे से हमला कर दिया। दिलीप के बेहोश होने पर राहुल और मुन्ना उसे बाइक पर बैठाकर घर छोड़ गए। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बाइक पर बैठाते वक्त दो बार गिरा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हमले के बाद जब वे दिलीप को बाइक पर बैठा रहे थे, तो वह दो बार बाइक से गिर गया था, इससे उसके सिर में चोट लगी थी। हालांकि पीएम रिपोर्ट में गिरने से मौत की पुष्टि नहीं हुई।
मां ने जताया था हत्या का संदेह :
दिलीप की मां सुमित्रा बाई ने पहले ही दिन राहुल और उसके भाई पर बेटे की हत्या का संदेह जताया था। हालांकि पुलिस पीएम रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रही थी। पीएम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होते ही पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी दिलीप के दोस्त हैं।