भोपाल

बड़ी खबर : एकतरफा प्यार में नाकामयाब लड़के ने की ऐसी हरकत, बेटी के घर पहुंचने के बाद हुआ खुलासा-see video

जब घर पहुंची अकेली लड़की और उसके बाद… पूरे देश में मच गया हडकंप

भोपालJan 10, 2018 / 10:39 am

दीपेश तिवारी

भोपाल. बैरागढ़ के निजी स्कूल में दूसरी कक्षा में पढऩे वाले छात्र की सोमवार को स्कूल के गेट से अगवा कर गला घोंटकर हत्या कर दी गई। शाम पांच बजे परवलिया में टोल नाके के पास एक बंद बोरे में मासूम का शव मिला।
परिजनों के आरोप पर पुलिस ने एक संदेही युवक और ऑटो चालक को हिरासत में लिया है। युवक मासूम को बच्चे के घर ट्यूशन पढ़ाने जाता था। पुलिस के अनुसार मामला एकतरफा प्रेम प्रसंग का हो सकता है। जिसका जल्द ही खुलासा होने की उम्मीद है।
बैरागढ़ के राजेन्द्र नगर निवासी परसराम महावर का आठ वर्षीय बेटा भरत उर्फ कार्तिक क्राइस्ट मेमोरियल स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र था। भरत रोजाना की तरह सोमवार सुबह भी ऑटो से स्कूल गया था। भरत सोमवार को छोटी बहन के साथ स्कूल गया था। परमानंद (ऑटो चालक) तीन बजे कनक को लेकर पहुंचा। तो भरत उसके साथ नहीं था। ढाई बजे तक घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने स्कूल जाकर पूछताछ की। पता चला कि दोपहर सवा दो बजे ही स्कूल की छुट्टी हो चुकी है।
परिजनों ने बच्चे की तलाश शुरू कर दी। बैरागढ़ के बाजार, खेल मैदान और स्टेशन तक पर मासूम को तलाशा गया, सोशल मीडिया पर भी फोटो वायरल किए लेकिन बच्चा नहीं मिला।

थाने में पहुंचे कि आ गई मनहूस खबर : करीब ढाई-तीन घंटे तक अपने स्तर पर तलाश करने के बाद शाम पांच बजे परिजन थक-हार कर बैरागढ़ थाने पहुंचे। अंदर पहुंचते ही पता चला कि परवलिया में एक बंद बोरे में बच्चे का शव मिला है। मृतक बच्चा स्कूल यूनिफार्म में है। यह सुनते ही परिजनों का दिल बैठ गया। वाट्सएप पर आई फोटो देखते ही पिता ने बेटे की पहचान कर ली।
कोचिंग पढ़ाने वाले युवक पर आरोप, युवक हिरासत में : बेटे का शव मिलते ही पिता परसराम ने पुलिस को बताया कि पड़ोस में रहने वाला एक युवक भरत को घर कोचिंग पढ़ाने आता था। वह उन्हें मामा और भरत की मां को मामी बोलता था। कुछ दिनों पहले वह रात को तीन बजे घर आया और मामी से बात कराने की जिद पर अड़ गया।
इस बात पर उन्होंने उसे डपटते हुए भगा दिया। लेकिन इसके बाद भी वह घर आता रहा, उसने मां को धमकी दी कि तुम मेरे साथ चलकर रहो, एेसा नहीं करोगी तो मैं तुम्हारे परिवार को बर्बाद कर दूंगा। पूरे मामले में ऑटो चलाने वाले की भी भूमिका संदिग्ध है। स्कूल ऑटो चालक बच्चे को लेकर नहीं आया था, पूछने पर उसने परिजनों को बताया था कि उसे लगा कि बच्चा जल्दी घर चला गया है।
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