पुलिस के मुताबिक, ग्राम कालापीपल सीहोर निवासी 30 वर्षीय विनोद कुमार वर्मा खेती-किसानी करते हैं। उन्हें एक वेबसाइट पर कार के सेल की जानकारी मिली। परिजन से चर्चा के बाद उन्होंने दो नवंबर को कार सेल करने वाली शीतल दरयानी पत्नी गिरीश दरयानी से संपर्क किया। इसके बाद सात नवंबर को कार की डील करने के लिए मिले। बातचीत के बाद तीन लाख दस हजार रुपए में सौदा तय हुआ। साथ ही अनुबंध पत्र तैयार कर दो लाख रुपए फोन-पे नकदी समेत अन्य माध्यम से विनोद ने शीतल को भुगतान कर दिया। बाकी की रकम वाहन का फोर क्लोज करने के बाद देना तय हुआ।
फंसाने की दी धमकी
जब किसान फोर क्लोज के लिए गया तो संबंधित बैंक वालों ने बताया कि पैन कार्ड अपडेट नहीं है। इसलिए आपको नकद ही भुगतान करना होगा। किसान ने थोड़ी देर बाद शीतल को बाकी की रकम भी भुगतान कर दी। इस बीच रकम लेने के बाद शीतल ओरिजनल दस्तावेज की फोटोकॉपी करवाने के बहाने चंपत हो गई। किसान का कहना है कि बाद में जब महिला से संपर्क हुआ तो वह झूठे केस में फंसा देने की धमकी देने लगी।