आवेदकों ने यह भी बताया कि तीन अप्रैल की शाम उनका एयरटेल नम्बर बंद हो गया था, चार अप्रैल को जानकारी मिली कि डुप्लीकेट सिम इश्यू करा ली गई है। डुप्लीकेट सिम पर ओटीपी प्राप्त कर रुपए ट्रांसफर किए गए। कम्पनी ने वेरीफिकेशन गाइड लाइन का पालन किए बिना डुप्लीकेट सिम दी।
यशदीप चतुर्वेदी, साइबर लॉ एक्सपर्ट