वहीं तेज आंधी बारिश से अगस्त माह में शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था बिगड़ गई थी। 700 किमी लंबाई की बिजली लाइन के साथ 100 से अधिक बिजली खंभे प्रभावित हुए थे। राशि में देखें तो करीब 80 करोड़ रुपए का नुकसान विद्युत कंपनी को हुआ। शहरवासियों को चार दिन तक बिजली आपूर्ति के लिए इंतजार करना पड़ा था। इस बार बरसात के साथ चली तेज हवा के कारण ये नुकसान ज्यादा हुआ है।
प्रति किमी सड़क पर खर्च करने होंगे 10 लाख
बारिश और पाइप लाइन के कमजोर रेस्टोरेशन की वजह से 1600 किमी से अधिक लंबाई के शहर के मुख्य व अंदरूनी मार्ग खराब हो चुके हैं। प्रति किमी दस लाख रुपए के औसत बजट से इस खराबी को देखें तो ये करीब 160 करोड़ रुपए की बड़ी राशि बनती है।
बारिश और पाइप लाइन के कमजोर रेस्टोरेशन की वजह से 1600 किमी से अधिक लंबाई के शहर के मुख्य व अंदरूनी मार्ग खराब हो चुके हैं। प्रति किमी दस लाख रुपए के औसत बजट से इस खराबी को देखें तो ये करीब 160 करोड़ रुपए की बड़ी राशि बनती है।
700 किमी की बिजली लाइन, 100 खंभे फिर सुधारे: तेज आंधी बारिश से हाल में शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था बिगड़ गई थी। 700 किमी लंबाई की बिजली लाइन के साथ 100 से अधिक बिजली खंभे प्रभावित हुए थे। राशि में देखें तो करीब 80 करोड़ रुपए का नुकसान हैं। शहरवासियों को चार दिन तक बिजली आपूर्ति के लिए इंतजार करना पड़ा था।
सोयाबीन और धान की फसल को नुकसान: जिले में धान और सोयाबीन की फसल का काफी नुकसान हुआ है। हुजूर, बैरसिया और कोलार तहसील के पटवारियों की तरफ से किए गए सर्वे के बाद जिले में 950 किसानों को 1 करोड़ 77 लाख 50 हजार 617 रुपए की राहत दी गई है। इससे तहसील हुजूर के 5 गांवों के 195 किसानों को 35 लाख 93 हजार और बैरसिया के 18 गांवों के 755 किसानों को एक करोड़ 41 लाख 27 हजार 617 रुपए का मुआवजा दिया गया है।
40 लाख बांटा मुआवजा
इस मानसून में अलग-अलग स्थानों पर अतिवर्षा और बिजली गिरने की घटना में दस लोगों की मौत हुई है। जिला प्रशासन ने इनके परिजनों को चालीस लाख का मुआवजा बांटा। इसके अलावा शहर में जगह-जगह 600 से मकानों की दीवार गिरीं।
इस मानसून में अलग-अलग स्थानों पर अतिवर्षा और बिजली गिरने की घटना में दस लोगों की मौत हुई है। जिला प्रशासन ने इनके परिजनों को चालीस लाख का मुआवजा बांटा। इसके अलावा शहर में जगह-जगह 600 से मकानों की दीवार गिरीं।
भोपाल कलक्टर अविनाश लवानिया के अनुसार बरसात में जहां जहां नुकसान हुआ है, उन सभी को मुआवजा दे दिया गया है। मृतक के परिजनों के खाते में राहत राशि ट्रांसफर की गई है। वहीं फसल व अन्य प्रकार के नुकसान की भरपाई भी की है।