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इस कलर से फूड स्टॉलस् में किया जा रहा मंचूरियन, ग्रेवी को रेड.. कैंसर होने का खतरा है!

locationभोपालPublished: May 02, 2018 08:46:35 pm

‘स्वाद’ की आड़ में खुलेआम जारी है सेहत से खिलवाड़

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भोपाल। मानव स्वास्थ्य के लिए घातक चीजों को चाउमीन, फ्राइड राइस, मंचूरियन, सूप, पनीर टिक्का, चिकन टिक्का, फिश टिक्का समेत कई चीजों में प्रतिबंधित चाइनीज साल्ट अजीनो मोटो, सस्ते सिंथेटिक कलर व कपड़ों वाला अरारोट मिलाया और बाजार में आम दुकानों पर खुलेआम बेचा जा रहा है। ये अखाद्य पदार्थ कैंसर, डायबिटीज, लिवर, किडनी, यूरिनरी ट्रैक्ट, पल्मोनरी आदि के तमाम रोग पैदा कर रहे हैं। अफसोस, जिम्मेदार सरकारी विभागों की नींद नहीं टूट रही।

चाइनीज फूड के नाम पर मानव स्वास्थ्य के साथ खुलकर खिलवाड़ किया जा रहा है। खाना-पीने की चीजों में घातक सामग्री की मिलावट की जा रही है। शहर में चाइनीज फूड की एक लाख छोटी-बड़ी दुकानें व रेस्टोरेंट हैं, जिनमें प्रतिदिन लगभग 15-20 टन अजीनो मोटो खपाया जा रहा है। यह साल्ट बाजार में खुलेआम बिक रहा है, लेकिन जिम्मेदार विभाग एफडीए के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। एक बड़ी फूड चेन में ही प्रतिदिन एक क्विंटल अजीनो मोटो खपाया जाता है।

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ऑरेंज कलर को खाने की गेवी को लाल करने, तंदूरी चिकन, बटर चिकन, मंचूरियन, दाल तड़का आदि में डालते हैं। चिकित्सकों का कहना है रेड एंड ऑरेन्ज कलर किडनी ट्यूमर, यूरिनरी ब्लैडर का ट्यूमर, कैंसर, गला चोक करने जैसी स्वास्थ्य जटिल स्वास्थ्य समस्या पैदा करता है। इसी तरह ग्रीन कलर यूरिनरी सिस्टम के रोग, टेस्टिस का ट्यूमर आदि पैदा करता है। सूप आदि में कपड़ों में इस्तेमाल किया जाने वाल अरारोट मिलाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक बताया गया है और कई बीमारियां पैदा करता है। ‘

सीधी बात-
1100 क्वार्टर्स स्थित एक चाइनीज खाद्य सामग्री विक्रेता की दुकान पर पहुंचकर दुकानदार से चाउमीन बनाने को कहा। उस समय वह पत्तगोभी काट रहा था। उसने कहा चाउमीन में थोड़ी देर लेगगी। इसके बाद शुरू हुई बातचीत:
रिपोर्टर : (हाथ में अजीनो मोटो पैकेट लेकर) चाउमीन में इसका क्या रोल है?
विक्रेता: मेन स्वाद तो इसी का आता है। इसके सिवा अदरक, लहसुन का भी स्वाद में रोल
रहता है।
रिपोर्टर : इसे खूब मिलाते होंगे?
विक्रेता: नहीं, ज्यादा नहीं डालते। ज्यादा डालेंगे तो स्वाद बिगड़ जाएगा। नमक की तरह स्वाद बढ़ाने को डालते हैं।
रिपोर्टर : रेड एंड यलो कलर भी डालते हो?
विक्रेता: रंग लाने के लिए कलर मिलाया जाता है। सफेद बनाए रखने के लिए हल्का व्हाइट कलर भी होता है। मंचूरियन में भी कलर डालते हैं।
रिपोर्टर : अरारोट भी मिलाते हो, दिखाओ कौन सा अरारोट है?
विक्रेता: (नॉन-एडिबल पैकेट दिखाते हुए) कोई अरारोट के नाम से बेचता है, कोई कॉर्न फ्लोर के नाम से, होता सबमें अरारोट ही है। कंपनी अलग-अलग है। मंचूरियन, सूप चीजों में मिलाते हैं।

सीधी बात-
सर्वधर्म कॉलोनी, कोलार रोड पुल के पास स्थित किराना स्टोर पर जाकर पत्रिका रिपोर्टर ने अजीनो मोटो, अरारोट व सिंथेटिक कलर मांगा:
रिपोर्टर: अजीनो मोटो और रेड एंड ऑरेंज कलर दे दो।
दुकानदार: (कर्मचारी से) एक अजीनो मोटो चाइनीज साल्ट व एक कलर दो, जल्दी
रिपोर्टर: कलर बुश कंपनी वाला चाहिए, है क्या?
दुकानदार: लाओ, बुश कंपनी का भी है, ये लो। 140 रुपए हुए…।
रिपोर्टर: अरारोट भी चाहिए, एक किलो का पैकेट निकलवा दो ।
दुकानदार: ये लो, खाने वाला है।
रिपोर्टर: ये नहीं, वो कपड़ों वाला दो, हम तो वही मिलाते हैं।
दुकानदार: ठीक है, यह लो। दुकानदारों के लिए छूट है, आप चालीस ही दे दो।

हमें यह जानकारी भेज दीजिए कि अजीनो मोटो और इस तरह की अन्य सामग्री कहां-कहां बिक रही है। हम इसकी जांच करवाएंगे। फूड जोन व रेस्टोरेंट्स में भी इन चीजों के इस्तेमाल की जांच की जाएगी।
-श्वेता पवार, ज्वाइंट कलेक्टर (एफडीए)

अजीनो मोटो भी स्वाद का आदी बनाता है। पैंक्रियाज, लिवर व माइंड को बहुत नुकसान पहुंचाता है। लिवर में लैड पॉइजनिंग का एक प्रमुख कारक माना जा सकता हे। इससे डायमेन्सिया नाम की बीमारी हो जाती है, जिसमें मरीज इर्रिलेवेन्ट बातें करने लगता है।
-डॉ. एके चौधरी, चिकित्सा अधीक्षक, जेके हॉस्पिटल

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