-सेंटर फॉर वोटिंग ओपिनियन्स एंड ट्रेंड्स इन इलेक्शन रिसर्च (सी-वोटर) ओपिनियन पोल ने जनता से पूछे सवालों के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है।
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होना है। 11 दिसंबर को इसके परिणाम भी आ जाएंगे। सत्तापक्ष और विपक्षी दलों ने किसी भी प्रकार से सत्ता हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव 2018 को काफी अहम माना जा रहा है। इसे मोदी सरकार के लिए सत्ता का सेमीफाइनल भी कहा जा रहा है। क्योंकि सभी दल विधानसभा चुनाव को भी आम चुनावों को टारगेट पर रखकर काम कर रहे हैं।
राजस्थान में उलट-फेर के संकेत
सी-वोटर ओपिनियन पोल के मुताबिक राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस 145 सीटों के साथ वापसी कर सकती है। यहां बीजेपी को 45 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मध्यप्रदेश में भी उलटफेर
15 सालों से बीजेपी का गढ़ बन गया मध्यप्रदेश में इस बार शिवराज सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। 15 सालों बाद यहां कांग्रेस सत्ता में वापसी कर सकती है। हालांकि सी-वोटर ओपिनियिन पोल में कांग्रेस को साधारण बहुमत मिलने का अनुमान जताया है।
मध्यप्रदेश की 230 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को कड़ टक्कर मिलती हुई नजर आ रही है। कांग्रेस को 116 सीटों का अनुमान लगाया जा रहा है। जबकि बीजेपी के काथे में 107 सीटें का अंदाजा लगाया जा रहा है।
छत्तीगढ़ का ये है हाल
पड़ोसी राज्य छत्तीगढ़ की राजनीति भी मध्यप्रदेश की ही तरह है। कभी मध्यप्रदेश का हिस्सा रहे छत्तीससगढ़ में भी कांग्रेस के खाते में 41 सीटें और बीजेपी के हिस्से में 43 सीटें मिलती हुई दिख रही हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को सत्ता बचाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ेगी।
इन सर्वे में बताया बीजेपी फिर बहुमत में आएगी
इस सर्वे में मध्य प्रदेश में भाजपा को 122 सीटें और कांग्रेस को 95 सीटें मिलने की बात कही है।
सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को 110 सीटें और बीजेपी को 84 सीटें मिल सकती हैं।
सीफोर सर्वे ने राजस्थान में कांग्रेस को 130 सीटें और भाजपा को 65 सीटें मिलने की संभावना जताई है।
इस बार मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच जीत का फासला ज्यादा नहीं रहेगा। सीएसडीए सर्वे के मुताबिक बीजेपी को 116 और कांग्रेस को 105 ससीटें मिल सकती हैं।
असली परीक्षा 11 दिसंबर
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले ही कई सर्वे हुए हैं जिनमें अनुमान लगाया गया है कि किसकी सरकार बन सकती है कौन बहुमत में आएगा या किसकी गिरेगी सरकार। हालांकि 11 दिसंबर को सुबह 11.00 बजे तक किसकी सरकार बनेगी इसका रुख तय हो जाएगा।