घर में ही साधना का विरोध
रवीश सिंह चौहान ने कहा- अगर साधना सिंह चुनाव लड़ेंगी तो मैं उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरूंगा। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान बुदनी से विधायक हैं और पत्नी विदिशा संसदीय सीट से लोकसभा के लिए दावेदारी कर रही हैं ऐसे में आम कार्यकर्ता कहां जाएं। उन्होंने विदिशा से खुद के लिए टिकट मांगा हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि शिवराज सिंह चौहान के अलावा कोई भी चुनाव लड़ेगा तो क्षेत्र में उसका विरोध होगा। अगर साधना सिंह पार्टी को जिताऊ उम्मीदवार लगती हैं तो प्रदेश की किसी दूसरी सीट से लड़े चुनाव।
रवीश सिंह चौहान ने कहा कि साधना सिंह को टफ सीट से चुनाव लड़ना चाहिए आसान सीट से तो कोई भी चुनाव लड़ सकता है। अगर साधना सिंह जिताऊ उम्मीदवार हैं तो उन्हें गुना या छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ना चाहिए। अगर सांधना सिंह चुनाव लड़ती हैं तो शिवराज सिंह चौहान पर वंशवाद का आरोप लगेगा। साधना सिंह को खुद आगे आकर दावेदारी से करना चाहिए इंकार।
मध्य प्रदेश में बीजेपी की पहली सूची 22 मार्च के बाद आएगी। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा आज बैठक में नाम का पैनल होगा तय, फिर लिस्ट दिल्ली भेजी जाएगी। वहीं, शिवराज सिंह चौहन ने दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि यह उनके घर के झगड़े पर मैं क्यों बोलूं।
प्रदेश चुनाव समिति के जिन सदस्यों पर उम्मीदवारों के नाम तय करने की जिम्मेदारी सैंपी गई है वो खुद टिकट के दावेदार हैं। कई सदस्य खुद के लिए तो कई सदस्य अपने बेटे या पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं। समिति में शामिल सदस्यों में से प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नंदकुमार सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर और फग्गन सिंह कुलस्ते खुद टिकट के दावेदार हैं। राकेश सिंह जबलपुर, नंदकुमार सिंह खंडवा, नरेन्द्र सिंह तोमर ग्वालियर और फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला से अभी सांसद हैं और एक बार फिर से टिकट के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। वहीं, बताया जा रहा है कि नरेन्द्र सिंह तोमर इस बार अपनी सीट बदलना चाहते हैं। इनके अलावा शिवराज सिंह चौहान, कृष्ण मुरारी मोघे, लता ऐलकर और माया सिंह के भी चुनाव लड़ने की अटकलें हैं।