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किडनी या लिवर ट्रांसप्लांट के लिए कितना करना होगा इंतजार, घर बैठे चलेगा पता

locationभोपालPublished: Jan 24, 2020 12:05:53 am

Submitted by:

praveen shrivastava

बेवसाइट के जरिये पता कर सकेंगे वेटिंग, सॉफ्टवेयर और वेबसाइट बनाने का काम शुरू

organ transplant waiting list in MP

किडनी या लिवर ट्रांसप्लांट के लिए कितना करना होगा इंतजार, घर बैठे चलेगा पता

भोपाल. कोलार निवासी 25 वर्षीय राकेश कुशवाह की दोनों किडनी खराब हैं। डॉक्टरों ने ट्रांसप्लांट की सलाह दी है। राकेश ने ट्रांसप्लांट के लिए रजिस्ट्रेशन तो कराया, पर उन्हें यह नहीं पता कि डोनर कब मिलेगा। राकेश की तरह राजधानी में गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने किडनी, लिवर, हार्ट, कार्निया और त्वचा मुहैया कराने की तैयारी शुरू की है। इसके लिए अलग से वेबसाइट बनाई जा रही है। इसमें ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए रजिस्टर्ड मरीजों की सूची होगी। इसका बड़ा फायदा यह है कि मरीज ट्रांसप्लांट के लिए अपनी वेटिंग देख सकेंगे। ये पता करना आसान होगा कि ट्रांसप्लांट ऑपरेशन कब होगा। इस वेबसाइट से ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) सहित सभी मेडिकल कॉलेजों और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को जोड़ा जाएगा।

सात सदस्यीय टीम गठित
वेबसाइट और योजना को मूर्त रूप देने के लिए सात सदस्यीय टीम गठित की गई है। बीते सप्ताह इसकी बैठक हुई। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने राजधानी के क्षेत्रीय नेत्र संस्थान की डॉ. रचना गुप्ता को नोडल अधिकारी बनाया है। रतलाम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित समिति के अध्यक्ष हैं।

ऑनलाइन होगा ऑर्गन आवंटन
वेबसाइट के जरिये ट्रांसलांट के लिए ऑर्गन आवंटन ऑनलाइन होगा। ऑर्गन मिलने पर वेबसाइट में पहले नंबर के मरीज को ट्रांसप्लांट के लिए चिह्नित किया जाएगा। इस व्यवस्था से पारदर्शिता बढऩे के साथ ही मरीजों की परेशानियां भी कम होंगी।

50 किडनी ट्रांसप्लांट होते हैं हर साल
नेफ्रोलॉजिस्ट डा. संजय गुप्ता ने बताया कि भोपाल में हर साल 250 किडनी मरीजों को ट्रांसप्लांट ऑपरेशन की जरूरत होती है, लेकिन 50 मरीज ही ट्रांसप्लांट करा पाते हैं। इसकी वजह मरीजों को किडनी डोनर नहीं मिलना है। ब्रेन डेड मरीज के ऑर्गन डोनेट कराने से ट्रांसप्लांट ऑपरेशन की संख्या में तकरीबन 50 फीसदी की बढ़ोतरी होगी।

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